इन बड़े नेताओं ने अनुराग ठाकुर को लेकर SC के फैसले का किया स्वागत

Monday, Jan 02, 2017 - 05:19 PM (IST)

शिमला: हिमाचल के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह और नेता प्रतिपक्ष प्रेमकुमार धूमल ने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के अध्यक्ष पद से अनुराग ठाकुर को बर्खास्त किए जाने को लेकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत किया है। वीरभद्र ने कहा कि हम क्रिकेट के खिलाफ नहीं हैं लेकिन कानून के मुताबिक संस्थाएं चलें। वहीं धूमल ने कहा कि कानून को इंटरप्रेट करना सुप्रीम कोर्ट का काम है। 


अनुराग ठाकुर ने उच्चतम न्यायालय का किया सम्मान 
अनुराग ठाकुर ने ट्विटर पर एक वीडियो संदेश के जरिए अपने बयान में कहा कि मेरे लिए यह कोई निजी लड़ाई नहीं थी। यह एक खेल संस्था के स्वायतता के लिए लड़ाई थी। देश के एक नागरिक की तरह मैं भी उच्चतम न्यायालय का सम्मान करता हूं। उच्चतम न्यायालय के जजों को यदि लगता है कि बीसीसीआई रिटायर्ड जजों की निगरानी में बेहतर काम कर सकता है तो मैं उन्हें शुभकामनाएं देता हूं। मुझे विश्वास है कि भारतीय क्रिकेट उनके मार्गदर्शन में अच्छा प्रदर्शन करेगा। नए साल में देश की सर्वाेच्च अदालत से सबसे बड़ा झटका खाने वाले ठाकुर ने कुछ भावुकता के साथ कहा कि मुझे भारतीय क्रिकेट की सेवा करने का सम्मान मिला। बीसीसीआई देश में सबसे बेहतर ढंग से संचालित होने वाला खेल संगठन है।


बीसीसीआई अध्यक्ष पद से किया बर्खास्त
गौरतलब है कि उच्चतम न्यायालय ने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) में सुधार के लिए लोढ़ा समिति की सिफारिशों को लागू करने को लेकर ऐतिहासिक फैसला सुनाते हुए सोमवार को बोर्ड अध्यक्ष अनुराग ठाकुर को उनके पद से बर्खास्त कर दिया। जब न्नयायालन ने यह फैसला सुनाया था तो अनुराग कुछ ही किलोमीटर दूर ठाकुर अपने निवास पर मौजूद थे। नए साल की शुरुआत में पद गंवाने से अनुराग ठाकुर को बड़ा झटका लगा है। अनुराग महज 15 वर्षों में ही बीसीसीआई के सबसे बड़े पद पर पहुंच गए थे। उनके कार्यकाल में टीम इंडिया ने भी कई मुकाम हासिल किए, लेकिन अब वे बीसीसीआई अध्यक्ष की कुर्सी गंवा बैठे हैं।