कॉलेजों को राजनीति का अखाड़ा न बनाएं प्राध्यापक: वीरभद्र सिंह

Thursday, Oct 18, 2018 - 10:29 AM (IST)

रामपुर बुशहर (नोगल): पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने कहा कि कॉलेजों को राजनीति का अखाड़ा न बनाएं। उन्होंने बताया कि प्राध्यापकों का कार्य राजनीति करना नहीं है। उनका कार्य छात्रों को उच्च शिक्षा दिलाकर देश के अच्छे नागरिक बनाना है। उन्होंने कहा कि कालेज परिसर में प्राध्यापक राजनीतिक पार्टी के दलाल बनकर कालेज के वातावरण को खराब करने का प्रयास न करें। छात्रों को अच्छी शिक्षा न मिलने पर उनका उज्ज्वल भविष्य खराब हो जाएगा। इसके लिए प्राध्यापक की जिम्मेदार होंगे। स्कूल-कॉलेज में शिक्षकों को उन्होंने कहा कि पूर्व कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में उनकी सरकार ने गरीब व मध्यम वर्ग के छात्र-छात्राओं को घर द्वार पर शिक्षा मिले, इसके लिए प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में 16 कालेज खोले गए। 

वीरभद्र ने कहा कि रामपुर कालेज में पी.टी.ए. की कार्यकारिणी के चुनावों में कालेज शिक्षा के मंदिर हैं इनमें कालेज में शिक्षा ग्रहण करने वाले छात्रों के अभिभावक ही भाग ले सकते हैं। बाहरी लोगों को इन चुनावों से दूर रखना चाहिए। इस मौके पर एन.एस.यू.आई. नए छात्रों के स्वागत के लिए जलसा कार्यक्रम का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में सांस्कृतिक कार्यक्रम व नशे के दुष्प्रभावों को लेकर लघु नाटिका का आयोजन किया गया। इस दौरान वीरभद्र सिंह व एन.एस.यू.आई. के छात्रों के साथ मिलकर नाटी में भी भाग लिया। इस मौके पर एन.एस.यू.आई. के जिला उपाध्यक्ष व मंडल संसदीय क्षेत्र के सचिव राहुल सोनी एन.एस.यू.आई. रामपुर इकाई की अध्यक्ष शालू ठाकुर, उपाध्यक्ष सूरज, सचिव शिवानी व नेहा भी मौजूद थीं। 

पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने किए कुल देवी के दर्शन 
वीरभद्र ने परिवार सहित अपनी कुल देवी मां भीमा काली के दर्शन किए। इस दौरान स्थानीय लोगों ने ज्यूरी, झाखड़ी, सराहन व आस-पास के ग्रामीणों ने उनका फूल माला पहनाकर उनका स्वागत किया। इसके बाद पूर्व मुख्यमंत्री ने भीमाकाली मंदिर समूह ट्रस्ट की बैठक भी आयोजित की। बैठक में उपमंडलाधिकारी रामपुर नरेंद्र चौहान व मंदिर अधिकारी बी.आर. नेगी सहित अन्य अधिकारी भी मौजूद थे। 

Ekta