वीरभद्र बोले-विरोधियों से लड़ते-लड़ते थक गया हूं लेकिन हारा नहीं

Friday, Sep 15, 2017 - 11:21 PM (IST)

ऊना/अम्ब: मैं विरोधियों से लड़ते-लड़ते थक गया हूं लेकिन हारा नहीं हूं। देश के अंदर यदि न्याय है तो वह नि:संदेह बाइज्जत बरी होकर बाहर आएंगे। यह बात अम्ब में जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने कही। उन्होंने कहा कि भाजपा मेरे खिलाफ कई तरह के हथकंडे अपनाती आई है और केंद्र की सत्ता का दुरुपयोग करके उन्हें झूठे केसों में फंसाया जा रहा है लेकिन वह डरने वाले नहीं हैं। हर षड्यंत्र को फेस करेंगे और तब तक करेंगे जब तक वे न रहें या हम न रहें। उन्होंने कहा कि मौजूदा दौर में वह 3 केसों को फेस कर रहे हैं, जिनमें सी.बी.आई, इनकम टैक्स और ई.डी. के केस शामिल हैं लेकिन तीनों एजैंसियों के पास एक ही मामला चल रहा है जोकि 3 तरह का बना दिया गया है। केस लडऩे के लिए बड़े-बड़े वकील करने पड़ रहे हैं और रुपया खर्च करना पड़ रहा है। यह रुपया उनका स्वयं का खर्च हो रहा है, न कि सरकार का। यदि यह रुपया बचता तो कहीं और अच्छे काम में लगाते। 

कांग्रेस का एक नेता गिरेगा तो 10 खड़े होंगे
उन्होंने कहा कि भाजपा विपक्ष के उसी नेता को टारगेट करते हुए चरित्रहनन और षड्यंत्र की राजनीति करती है जो उनको हराने का दम रखता हो। कांग्रेस का एक नेता गिरेगा तो 10 खड़े होंगे क्योंकि कांग्रेस के पास नेताओं की कमी नहीं है। मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा दुष्प्रचार करती है और लोगों के सामने गलत तस्वीर पेश करती है। आने वाले समय में सब देखेंगे कि ऐसा करने वालों का क्या होता है। उन्होंने कहा कि भाजपाई बोलते हैं कि वीरभद्र को जेल भेजो, वीरभद्र को यह करो, वो करो। यदि भाजपाइयों का बस चले तो वे बोलेंगे कि वीरभद्र को फांसी दे दो। उन्होंने कहा कि वह प्रोपेगंडा नहीं करते बल्कि काम करना जानते हैं।

ऊना जिला पूरे हिमाचल में अव्वल
उन्होंने कहा कि ऊना में स्वां तटीकरण के लिए जब तक केंद्र में यू.पी.ए. की सरकार रही, तब तक रुपया आता रहा लेकिन भाजपा सरकार बनने पर बजट में रुपया होने के बावजूद एक पैसा नहीं दिया गया जबकि विकास के मामले में ऊना जिला पूरे हिमाचल में अव्वल है। अम्ब के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि कई साल पहले वह ऊना में सभा करने आए थे, तब दरियों पर बैठकर सभाएं होती थीं। इस दौरान उनकी अंगूठी यहां गिर गई थी, जिसको एक बुजुर्ग ने उन्हें लौटाया था। वह अंगूठी आज भी उनके हाथ में मौजूद है। समय बदलता रहता है लेकिन यादें रह जाती हैं। उन्होंने कहा कि वह ऊना का चप्पा-चप्पा जानते हैं और हर इलाका घूमे हुए हैं। ऊना हर क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ा है।