राज्यसभा चुनाव के लिए प्रत्याशी उतराने के पक्ष में नहीं वीरभद्र

Thursday, Mar 08, 2018 - 10:29 PM (IST)

शिमला: हिमाचल कांग्रेस में राज्यसभा की एक सीट को लेकर प्रत्याशी उतराने और न उतारने को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई। पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने कहा कि उनकी निजी राय है कि पार्टी राज्यसभा चुनाव के लिए प्रत्याशी मैदान में न उतारे जबकि कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष ने कहा कि कुछ विधायक राज्यसभा सीट के लिए प्रत्याशी उतराने के पक्ष में हैं और कुछ इसके पक्ष में नहीं हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे में वह विधायकों से पूरी फीडबैक लेकर हाईकमान को अपनी रिपोर्ट सौंपेंगे। सूत्रों के अनुसार इसी कड़ी में कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष शुक्रवार शाम को दिल्ली रवाना होंगे। इससे पहले वह एक बार फिर विधायकों से उनकी राय ले सकते हैं। 

विधायक दल की बैठक में नहीं हुआ निर्णय
माना जा रहा था कि वीरवार को कांग्रेस इस बारे स्थिति स्पष्ट कर देगी लेकिन देर शाम तक ऐसा नहीं हुआ। सूचना के अनुसार विधायक दल की बैठक में भी इस बारे अंतिम निर्णय नहीं लिया जा सका। सूत्रों की मानें तो 21 विधायकों के दम पर कांग्रेस का एक धड़ा फिलहाल प्रत्याशी उतारने के पक्ष में नहीं है जबकि दूसरा धड़ा चाह रहा है कि प्रत्याशी को मैदान में उतारा जाए।

प्रदेश प्रभारी सुशील कुमार शिंदे ने मांगा फीडबैक
देखा जाए तो पार्टी के प्रदेश प्रभारी सुशील कुमार शिंदे ने भी इस संबंध में फीडबैक मांगा है। ऐसे में माना जा रहा है कि अब पार्टी हाईकमान ही इस पर अंतिम फैसला लेगा। उल्लेखनीय है कि राज्यसभा सांसद के चुनाव को लेकर भारत के चुनाव आयोग ने बीते 5 मार्च को अधिसूचना जारी की थी। इसी कड़ी में भाजपा की तरफ से केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे.पी. नड्डा ने अपना नामांकन पत्र भरा है।

क्या बोले कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष 
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि पार्टी में कुछ विधायक चाहते हैं कि उम्मीदवार खड़ा किया जाए जबकि कुछ इसके पक्ष में नहीं हैं। ऐसे में वह जल्द ही दिल्ली जाएंगे तथा पार्टी हाईकमान से इस मामले को लेकर चर्चा करेंगे। उन्होंने कहा कि अभी नामांकन के लिए समय है, ऐसे में जल्द ही उचित निर्णय ले लिया जाएगा।