प्रतिशोध की भावना से कार्य कर रही वीरभद्र सरकार : धूमल

Monday, May 15, 2017 - 12:17 AM (IST)

ऊना: पूर्व मुख्यमंत्री प्रो. प्रेम कुमार धूमल ने मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह पर प्रतिशोध की भावना से कार्य करने का आरोप लगाया। रविवार को नालागढ़ जाते हुए भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती की मौजूदगी में पत्रकार वार्ता करते हुए उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री उलटा शोर मचा रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा बनाए केस सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचे। वह तो केवल शासन ट्रायल तक ही पहुंचे जबकि उन्हें सुप्रीम कोर्ट तक जाना पड़ा। हालांकि वीरभद्र सरकार द्वारा बनाए गए यह केस सुप्रीम कोर्ट में टिक नहीं पाए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री लगातार भ्रामक प्रचार कर रहे हैं और उन पर झूठे केस बनाने की जगह-जगह बात कर रहे हैं। वास्तव में भाजपा सरकार के समय उन पर कोई केस नहीं बनाया गया बल्कि सी.डी. मामले को लेकर स्वयं वह और उनकी पत्नी ही हाईकोर्ट गए थे। कोर्ट के निर्देश पर ही इस मामले में जांच हुई थी। 

यू.पी.ए. की सरकार के समय के हैं मामले
चुनावों के दौरान धर्मशाला से जो सी.डी. जारी हुई थी वह भी मुख्यमंत्री की कैबिनेट के ही एक मंत्री ने जारी की थी, ऐसे में भाजपा इसमें कहां शामिल हो गई? धूमल ने कहा कि अब जो मामले मुख्यमंत्री के खिलाफ चल रहे हैं वह तब के हैं जब केंद्र में यू.पी.ए. की सरकार थी। बतौर केन्द्रीय मंत्री उन पर मामले दर्ज हुए और जांच शुरू हुई थी। यहां तक कि उनको एक अहम मंत्रालय के दायित्व से हटा दिया गया था और उन्हें कम महत्व का मंत्रालय दिया गया था। क्या इसमें भी भाजपा का कोई रोल था। वह बार-बार झूठ बोलकर अपने मामलों से बचने का प्रयास कर रहे हैं। दूसरों के ऊपर ठीकरा फोडऩे की बजाय उनको आत्ममंथन करना चाहिए। वह सत्ता में आते हैं तो प्रताडि़त करने की राजनीति शुरू कर देते हैं।