Himachal: मरीज के सीने में दिखा जिंदा कॉकरोच! वायरल X-Ray का सच जान हिल जाएंगे आप
punjabkesari.in Sunday, Dec 07, 2025 - 07:34 PM (IST)
सोलन (ब्यूरो): AI यानि आर्टिफिशियल इंटैलीजैंस जहां एक ओर विभिन्न क्षेत्रों में नए आयाम स्थापित कर रहा है, वहीं इसका दुरुपयोग परेशानियों का कारण भी बन रहा है। इन दिनों AI ने स्वास्थ्य विभाग के भी होश उड़ा रखे हैं और आम लोगों में भ्रम पैदा कर दिया है। AI जैनरेटिड एक भ्रामक पोस्ट के चलते अब मरीज सरकारी अस्पतालों में एक्स-रे करवाने से भी कतरा रहे हैं और निजी क्लीनिकों का रुख कर रहे हैं। इस पोस्ट को लेकर विभाग के अधिकारी भी सफाई देते थक गए हैं। विभाग ने सभी से इस पोस्ट को आगे प्रसारित न करने की भी अपील की है।

बता दें कि सोशल मीडिया पर इन दिनाें एक एक्स-रे कॉपी सोलन और शिमला के अस्पताल की बताकर वायरल हो रही है। इस पोस्ट में डाली गई एक्स-रे कॉपी में मरीज के सीने में काॅकरोच दिख रहा है। इसके साथ ही पोस्ट में लिखा गया है कि क्षेत्रीय अस्पताल सोलन में एक सिंगापुर से आए पर्यटक को सीने में दर्द हुआ। इसके बाद वह उपचार के लिए सरकारी अस्पताल आए और वहां एक्स-रे करवाया। एक्स-रे की रिपोर्ट लेकर अस्पताल के चिकित्सक के पास गए, ताे वहां उन्हें बताया कि सीने में जिंदा तिलचिट्टा है। इसके बाद उन्हें तुरंत सिंगापुर जाने की सलाह दी गई। इसके बाद वह वापस सिंगापुर लौट गया और वहां चिकित्सक की ओर से जांच के दौरान पाया कि कॉकरोच मरीज की छाती में नहीं बल्कि एक्स-रे मशीन में था।
अब यही कहानी शिमला में एडिट कर शिमला अस्पताल के नाम से प्रसारित हो रही है और बद्दी में भी क्षेत्रीय अस्पताल सोलन की जगह बद्दी किया है, लेकिन वास्तव में ऐसा कुछ भी नहीं हुआ है। यह पोस्ट तेजी से वायरल भी हो रही है। विभाग के अधिकारियों का दावा है कि यह एक्स-रे तस्वीर AI जैनरेटिड है, जबकि वास्तव में इस प्रकार कुछ नहीं हुआ है। अस्पताल प्रबंधन ने लोगों से आग्रह भी किया है कि वह ऐसी किसी पोस्ट को वायरल न करें क्योंकि उसमें तस्वीर को AI से एडिट किया गया है।

क्षेत्रीय अस्पताल सोलन के चिकित्सा अधीक्षक डाॅ. राकेश पंवार ने बताया कि सोशल मीडिया में चल रही पोस्ट एक भ्रामक पोस्ट है और AI से बनाई गई है। वास्तव में ऐसा कुछ भी नहीं हैं। लोगों से आग्रह है कि वह पोस्ट वायरल न करें और गलत प्रचार से बचें। अस्पताल में एक्स-रे बेहतर व आधुनिक मशीन के साथ किए जाते हैं और उसके बाद जांच परख भी पूरी की जाती है।

