Kangra: हेलीकॉप्टर नहीं पहुंचा तो ग्रामीणों ने पांच घंटे पैदल चलकर पालकी से अस्पताल पहुंचाया मरीज

punjabkesari.in Saturday, Sep 14, 2024 - 12:18 PM (IST)

कांगड़ा। जिला कांगड़ा की बेहद दुर्गम पंचायत, बड़ा भंगाल, में एक गंभीर स्वास्थ्य आपातकाल की स्थिति उत्पन्न हो गई जब 50 वर्षीय नानक चंद को एयरलिफ्ट करने में असमर्थता के कारण बेतहाशा कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। नानक चंद, जो एक भेड़ पालक हैं, बीमार होने के बाद बुधवार को बड़ा भंगाल लाए गए थे, लेकिन मौसम की बेरुखी के कारण हेलीकॉप्टर की उड़ान संभव नहीं हो सकी।

कठिन परिस्थितियों का सामना

शुक्रवार की सुबह, बड़े संकट के बावजूद, ग्रामीणों ने नानक चंद की मदद के लिए खुद को समर्पित कर दिया। उन्हें पालकी में बिठाकर दुर्गम पैदल रास्ते से 18 से 20 किलोमीटर का सफर तय कराया गया। इस कठिन यात्रा में उन्हें पांच घंटे का समय लगा। यात्रा के दौरान, ग्रामीणों ने मिलकर नानक चंद को उठाया और सुरक्षित रूप से दरगू गांव तक पहुंचाया।

प्राथमिक उपचार और चिकित्सा

दरगू पहुंचने के बाद, नानक चंद को एंबुलेंस में प्राथमिक उपचार दिया गया। इसके बाद उन्हें चंबा मेडिकल कॉलेज में भर्ती किया गया, जहां उनका उपचार चल रहा है।

सहयोग और आभार

इस कठिनाई के समय में, पंचायत प्रधान मनसा राम ने मुख्य संसदीय सचिव किशोरी लाल, एसडीएम देवी चंद ठाकुर, और जिलाधीश का आभार व्यक्त किया। उन्होंने बताया कि हेलीकॉप्टर की उपलब्धता के लिए प्रयास किए गए थे, लेकिन मौसम की बाधाओं के कारण यह संभव नहीं हो सका।

उपप्रधान संजय कुमार, वार्ड पंच गीता राम, वार्ड गोरख राम, संतोष कुमार, विश्वजीत, मनसा राम, हेमराज, रणजीत, राजकुमार, मनोज कुमार, मुनीष कुमार, सुनील, बाबू राम, चुहड़ सिंह, सुभाष, चमारु राम, संत राम, सरन दास, और संतोषी ने भी इस राहत कार्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

इस घटना ने यह साबित कर दिया कि कठिन परिस्थितियों में भी, सामुदायिक सहयोग और समर्पण से बड़ी से बड़ी चुनौतियों का सामना किया जा सकता है। कांगड़ा की इस पंचायत में ग्रामीणों ने मानवीयता और सहयोग की एक अद्वितीय मिसाल प्रस्तुत की है।


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Content Editor

Jyoti M

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