आंदोलन की तैयारी में जुटे ग्रामीण डाक कर्मी

Monday, Jul 16, 2018 - 02:31 PM (IST)

ऊना : केंद्र सरकार तथा पोस्टल बोर्ड के उच्चाधिकारियों की बेवफाई से खफा ग्रामीण डाक कर्मी एक बार फिर बड़े आंदोलन की तैयारी में जुट गए हैं। ग्रामीण डाक कर्मियों ने कहा है कि अगर जल्द कमलेशचंद्र कमेटी की रिपोर्ट को बिना काटछांट के लागू न किया गया तो एक बार फिर देश भर में बड़ा आंदोलन शुरू हो जाएगा। केंद्रीय कैबिनेट ने ग्रामीण डाक कर्मियों के सातवें वेतन आयोग को लेकर गठित एक सदस्यीय कमलेशचंद्र कमेटी की रिपोर्ट को लागू तो किया लेकिन जब डाक विभाग के उच्चाधिकारियों ने रिपोर्ट को आधिकारिक तौर पर पत्र को जारी किया, तो उसमें बड़ी कैंची चलाकर रिपोर्ट को मूल रूप से लागू न करके उसमें भारी फेरबदल कर दिया गया।

जहां तक रिपोर्ट को 1/7/2018 से लागू करने की बात कही गई। कायदे से यह रिपोर्ट 2016 से लागू होनी चाहिए। रविवार को अम्ब डाकघर में ऊना मंडल के ग्रामीण डाक कर्मियों की बैठक जिला अध्यक्ष बलवीर सिंह की अध्यक्षता में हुई, जिसमें ग्रामीण डाक कर्मियों ने केंद्र सरकार तथा पोस्टल बोर्ड के उच्चाधिकारियों के प्रति कड़ा रोष प्रकट करते करते हुए एक बार फिर से देशव्यापी हड़ताल पर जाने की चेतावनी दी है। ग्रामीण डाक कर्मियों के परिमंडलीय सचिव दाताराम चंदेल ने कहा कि देश भर के 2 लाख 71 हजार ग्रामीण डाक कर्मियों से बहुत बड़ा धोखा हुआ है।

कर्मियों के हितों से जुड़ीं ज्यादातर सिफारिशों को काट दिया गया, जिससे मिलने वाले एरियर तथा अन्य भत्तों का भारी नुक्सान होना वाला है। दाताराम ने कहा कि एक ओर विभाग ग्रामीण डाक कर्मियों पर काम बोझ पर लादकर शोषण कर रहा है, दूसरे उनकी जायज मांगों पर भी कैंची चलाकर इस तबके को सड़क पर उतरने के लिए विवश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि ऊना मंडल के तहत जिन ग्रामीण डाकघरों में डिवाईस मशीनें दी गई हैं, उनमें नैटवर्क की समस्या का कोई पुख्ता हल विभाग नहीं कर रहा है, ऐसे में काम करना बेहद मुश्किल हो गया है।

kirti