भड़ेला में आग से राख होने से बाल-बाल बचा गांव

Monday, Feb 01, 2021 - 02:40 PM (IST)

भड़ेला(चुनीठाकुर)उपमंडल सलूणी के भड़ेला गांव अचानक सूखे पेड़ में आग लग गई। आग की लपटें गांव तक पहुंच गई, लेकिन ग्रामीणों ने समय रहते आग पर काबू पा लिया। इससे गांव आग की भेंट चढऩे से बाल-बाल बचा है। रविवार देर रात करीब 12 बजे भड़ेला गांव के साथ सटे एक सूखे पेड़ को अचानक आग लग गई। पेड़ धू-धू कर जलने लगा और कुछ ही क्षणों में पूरे पेड़ ने आग पकड़ ली। गांव को भी आग की चपेट में आने का खतरा हो गया। स्थानीय एक महिला को आग लगने की भनक लगी और उसने परिवार के अन्य सदस्यों  को जगाया। वह बाहर निकले तो पेड़ को आग लगी हुई थी और आग की चिंगारियां हवा के साथ इधर- उधर दूर तक उड़ रही थी। उन्होंने अन्य ग्रामीणों को इसकी जानकारी दी।

आग लगने की सूचना मिलते ही अन्य ग्रामीण भी मौके पर पहुंचे और आग बुझाने का प्रयास करने लगे। सबसे पहले उन्होंने जल रहे पेड़ के नजदीक से घास आदि को हटाया। आग ने इतना भयानक रूप ले लिया था कि ग्रामीण करीब एक घंटा तक केवल मूक दर्शक बनने पर मजबूर हो रहे। केवल घरों की तरफ उड़ रही चिंगारियों को बुझाने तक ही सीमित रहे। रात के समय उनके पास आग बुझाने के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी भी उपलब्ध नहीं था। 3 घंटों तक आग धधकती रही और काफी मशक्त के बाद पेड़ के एक भाग को गिराया गया तब जाकर आग को नियंत्रित किया गया। जिस पेड़ को आग लगी उस पेड़ से घरों की दूरी मात्र 4 से 5 मीटर थी और घरों को आग लगने का खतरा पैदा हो गया था। बताया जा रहा है कि दिन के समय कूड़े को जलाने के लिए आग लगाई हुई थी। हालांकि उसे बुझा दिया गया था, लेकिन ऐसी आशंका जताई जा रही है कि फिर से चिंगारी सुलग गई और रात को तेज हवाएं चलने के कारण आग फैल गई और उसने पेड़ को चपेट में ले लिया। रात को महिला को आग लगने की भनक नहीं लगती और आग पर काबू नहीं पाया जाता तो एक बहुत बड़ी आगजनी की घटना घटित हो सकती थी और पूरा गांव आग की चपेट में आ सकता था।

 

Kaku Chauhan