यहां मरीजों को चारपाई पर उठाकर पहुंचाना पड़ता है अस्पताल (Video)

Saturday, Aug 17, 2019 - 05:05 PM (IST)

ऊना (अमित शर्मा): बेशक सरकारें गांव-गांव में सड़कें पहुंचाने का दावा करती हो लेकिन जिला ऊना के चिंतपूर्णी विधानसभा क्षेत्र गांव खरियाली में सरकारों के दावे हवा-हवाई नजर आते है। बेशक भारतवासियों को आजाद हुए 72 साल पूरे हो चुके ही लेकिन गांव खरियाली के वाशिंदे आज भी गुलामी की जंजीरों में जकड़े हुए है। क्योंकि बरसात के मौसम में खरियाली गांव देशभर से कट जाता है।

वहीँ अगर गांव में कोई बीमार पड़ जाए तो उन्हें चारपाई पर उठाकर ही अस्पताल पहुँचाना पड़ता है। और तो और अपना भविष्य संवारने के लिए गांव के बच्चे स्कूल जाने से भी बंचित रह जाते है।गांव के वाशिंदों की हालत किसी टापू पर बसने वाले लोगों की तरह हो जाती है।

दरअसल ऊना तलवाड़ा रोड़ पर स्थित लोअर मुबारकपुर से इस गांव को जाने के लिए मात्र डेढ़ किलोमीटर का सफर तय करना होता है और यह सारा रास्ता खड्ड में से होकर ही गुजरता है। पिछले 72 सालों में कई सरकारें आई और चली गई लेकिन गांववासियों को डेढ़ किलोमीटर की सड़क नसीब नहीं हुई। अक्सर चुनावों में नेताओं की इस गांव की याद आती है क्योंकि इस गांव में 80 से 85 घर है। चुनावों के दौरान नेता ग्रामीणों को सड़क सुविधा देने के लिए बड़े बड़े दावे और वायदे करते है लेकिन वोटें लेने के बाद कभी इस गांव का रूख नहीं करते है।

स्थानीय लोगों की माने तो अगर हम स्कूली बच्चों को कंधो पर उठाकर खड्ड पार भी करवाते है तो हमेशा हादसे का अंदेशा बना रहता है क्योंकि कई दफा लोग खड्ड में बह भी चुके है। ग्रामीणों ने बताया कि उनके बुजुर्गों से लेकर नई पीढ़ी इस सड़क को बनाने की गुहार लगाते रहे है लेकिन सड़क नहीं बन पाई। सरकारों की अनदेखी से खफा ग्रामीणों ने अब आक्रामक रूख अपना लिया है। ग्रामीणों ने कहा कि अगर उनकी समस्या का समाधान नहीं हुआ तो चक्का जाम करने से भी पीछे नहीं हटेंगे।

वहीँ चिंतपूर्णी विधानसभा क्षेत्र के विधायक बलबीर चौधरी की माने तो एससी कम्पोनेंट में सिद्ध चलेड की ओर से कच्ची सड़क का निर्माण करवाया गया था लेकिन बरसात के कारण अगर ग्रामीणों को असुविधा हो रही है तो बरसात के बाद इसे ठीक करवा दिया जायेगा और इस वर्ष में पक्की सड़क गाँव तक पहुंचा दी जाएगी।

 

 

Edited By

Simpy Khanna