विक्रमादित्य बोले, CM जानें फैसले पर दोबारा विचार करेंगे या नहीं

Saturday, Aug 26, 2017 - 06:34 PM (IST)

शिमला (विकास)- मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के चुनाव नहीं लड़ने वाले बयान पर युवा कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष विक्रमादित्य सिंह ने टिप्पणी करने से इनकार किया है। शिमला में विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि खुद वीरभद्र सिंह फैसला करेंगे कि उन्हें अपने इस निर्णय पर पुनर्विचार करना है या नहीं। सीएम प्रदेश के सर्वमान्य नेता हैं। चिट्ठी लिखने से पहले भी वीरभद्र सिंह कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उपाध्यक्ष राहुल गांधी के सामने अपना पक्ष रख चुके हैं। अब हाईकमान को ये फैसला करना है कि चुनाव किसके नेतृत्व में लड़ें जाएं। विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि कांग्रेस पार्टी में आंतरिक लोकतंत्र को बढ़ावा देने की जरूरत हैं। मैं खुद भी चुनकर यूथ कांग्रेस का प्रदेशाध्यक्ष बना हूं और मानता हूं कि पार्टी के प्रति समर्पित जमीनी नेताओं को आगे बढ़ाने की जरूरत है।

 

बीजेपी के साथ निर्णायक जंग का समय

विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि सरकार ने विकास के रिकॉर्ड काम किए हैं। हर क्षेत्र में विकास हुआ है और चुनाव में विकास ही मुद्दा होगा। कांग्रेस पार्टी को एकजुट होकर चुनाव में उतरना होगा क्योंकि ये भाजपा के साथ निर्णायक लड़ाई लड़ने का समय है। प्रदेश में कभी भी चुनावों का बिगुल बज सकता है। भाजपा मुद्दाविहीन पार्टी है इसीलिए कभी गुड़िया का मसला तो कभी गद्दी वाले मामले को हवा देकर राजनीतिक रोटियां सेंक रही है।

 

अनुराग-बिंदल के राम रहीम से संबंध

युवा कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि बीजेपी सांसद अनुराग ठाकुर और विधायक राजीव बिंदल गुरमीत राम रहीम सिंह के दरबार में हाजिरी लगाते रहे हैं। बीजेपी नेता शुरू से ही धर्म और क्षेत्रवाद की राजनीति करते रहे हैं। साम्प्रदायिक ताकतों को केंद्र सरकार और बीजेपी शासित राज्यों में हवा मिल रही है जिससे दूसरे धर्म के लोग चिंतित हैं। बाबाओं के साथ बीजेपी नेताओं के संबंध जगजाहिर हैं।