विक्रमादित्य का चैलेंज, BJP चार्जशीट में एक भी आरोप सही तो होगी जांच

Friday, Dec 23, 2016 - 03:01 PM (IST)

हमीरपुरः भाजपा की तैयार की जा रही चार्जशीट एक प्रोपोगेंडा मशीनरी का हिस्सा है जिसे भाजपा के नेता प्रदेश की जनता को गुमराह करने की कोशिश में लगे हुए है। यह बात हमीरपुर में युवा कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष एवं कौशल विकास निगम के चेयरमैन व्रिकमादित्य सिंह ने कही। उन्होंने कहा कि चार्जशीट तथ्यों से पूरी तरह परे है और अगर एक भी आरोप सही लगता है तो प्रदेश सरकार उस पर जांच बिठा सकती है। 
व्रिकमादित्य सिंह ने कहा कि चार साल तक बीजेपी को जनता की समस्याओं की याद नही आई और अब चुनावी वर्ष आते ही चार्जशीट तैयार करने में लगी है। उन्हेांने कहा कि इस चार्जशीट का मुददा चुनावों में कोई भी फर्क  पैदा नहीं करेगा और प्रदेश में एक बार फिर से कांग्रेस सतासीन होगी।

एशियन डिवेल्पमेंट बैंक देगा 600 करोड़ का बजट
विक्रमादित्य सिहं ने कहा कि कौशल विकास निगम के तहत प्रदेश के विभिन्न कपंनियों के साथ बैठक कर निर्णय लिया गया कि विकास निगम के तहत प्रशिक्षण दिया जाएगा और बाद में नौकरी की गारंटी दी जाएगी। उन्होंने कहा कि अभी पायलट प्रोजेक्ट के तहत काम शुरू हो गया है और यह स्कीम गेम चेंजर की भूमिका निभाएगी। उन्होंने कहाकि इस प्रोजेकट के लिए 600 करोड़ का बजट एशियन डिवेल्पमेंट बैंक के द्वारा दिया जा रहा है।

सिंह के हमीरपुर दौरे के बाद गरमा गई है राजनीति
युवा कांग्रेस अध्यक्ष विक्रमादित्य सिंह के हमीरपुर दौरे के बाद राजनीति गरमा गई है और आरोप प्रत्यारोपों का दौर जारी हो गया है। हमीरपुर में भाजयुमो राष्ट्रीय सचिव  नरेन्द्र अत्री ने विक्रमादित्य सिहं को जबाव देते हुए नसीहत दी है कि अपने काम से नाम कमाएं न कि भ्रामक बयानबाजी करके। साथ ही सांसद अनुराग ठाकुर पर टिप्पणी कर भी ओच्छी राजनीति करने से परहेज करने की सलाह दी है।

अत्री ने दी विक्रमादित्य को नसीहत
युवा कांग्रेस विक्रमादित्य सिहं के बयानों पर पलटवार करते हुए भाजयुमो राष्ट्रीय सचिव नरेन्द्र अत्री ने करारा जबाव दिया है। नरेन्द्र अत्री ने कहा कि विक्रमादित्य सिंह तो युवा है लेकिन उनके पिता मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह भी ओच्छी टिप्पणियां करते रहते है। उन्होंने कहा कि सासंद अनुराग ठाकुर ने हमीरपुर का नाम पूरे देश के मानचि़त्र पर उभारा है। अत्री ने विक्रमादित्य को नसीहत देते हुए कहा कि वह काम से नाम कमाए न कि भ्रामक बयानबाजी करें।