कामधेनु के मिल्क सैंटर पर विजीलैंस का छापा, दूध के लिए सैंपल

Thursday, May 03, 2018 - 11:44 PM (IST)

बिलासपुर: जलागम विकास परियोजना के सौजन्य से स्थापित जिला की दूध उत्पादन क्षेत्र की अग्रणी संस्था कामधेनु हितकारी मंच के मिल्क कलैक्शन सैंटर मलोथी पर वीरवार सुबह करीब 4 बजे शिमला से आई विजीलैंस, मिल्क-फैड और हैल्थ डिपार्टमैंट कर्मचारियों की संयुक्त टीम ने रेड डालकर दूध की गुणवत्ता को जांचा। यह कार्रवाई संबंधित विभागों की संयुक्त टीम द्वारा हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय द्वारा एक पत्र पर संज्ञान लेने के बाद प्रदेश सरकार से मांगे जवाब पर की है। संबंधित विभागों की इस कार्रवाई से हितकारी मंच के प्रबंधन वर्ग में हड़कंप मच गया गया है।


दूध एकत्रित करते समय मारा छापा
टीम ने यह कार्रवाई उस समय की है जब संबंधित मिल्क कलैक्शन सैंटर पर दूध एकत्रित हो रहा था। इस पत्र में दूध की गुणवत्ता को जांचने के उपकरणों में कथित तौर पर छेड़छाड़ करने का आरोप लगाया गया है। माननीय न्यायालय ने इस मामले पर प्रदेश सरकार को 8 मई को जवाब देने के आदेश दिए हैं। बताया जा रहा है कि संबंधित विभागों की इस टीम द्वारा दूध की गुणवत्ता को जांचने के उपकरणों की जांच के साथ ही दूध के सैंपल आदि चैक किए।


लैब में टैस्ट होंगे दूध के सैंपल
बताया जा रहा है कि टीम के सदस्यों ने दूध का सैंपल लेने के साथ ही दूध की गुणवत्ता को जांचने में काम आने वाले एसिड एल्कोहल को भी चैक किया। टीम अपने साथ सारे सैंपल ले गई है जिनका अब लैब में टैस्ट किया जाएगा। संबंधित पत्र में कहा गया है कि कामधेनु हितकारी मंच अपने लैक्टामीटर द्वारा दूध के फैट को कम दर्शाता है और इस कारण किसानों को उनके दूध का दाम भी कम दिया जाता है। अब संबंधित टीम द्वारा लिए गए सैंपलों की जांच के बाद ही असलियत सामने आएगी।


क्या कहता है कामधेनु हितकारी मंच
उधर, इस बारे में कामधेनु हितकारी मंच के सचिव जीत राम कौंडल ने कहा कि शिमला से एक टीम आई थी। उन्होंने इस टीम द्वारा की गई कार्रवाई को रूटीन वर्क करार दिया तथा कहा कि मंच क्षेत्र के किसानों की आॢथकी को सुदृढ़ बनाने का प्रयास कर रहा है।

Vijay