करोड़ों के ऋण का भुगतान न करने वाले आरोपियों के घर व होटल में विजीलैंस की दबिश

Thursday, Dec 26, 2019 - 10:46 PM (IST)

धर्मशाला (ब्यूरो): कांगड़ा केंद्रीय सहकारी बैंक सीमित (केसीसीबी) मुख्यालय धर्मशाला से 18.5 करोड़ रुपए का ऋण लेने और इसका भुगतान न करने पर मामले में संलिप्त 2 आरोपियों के घर व होटल में विजीलैंस टीम ने वीरवार को दबिश देकर मामले से जुड़े दस्तावेजों को जब्त किया है। टीम ने आरोपियों के घर व होटल के सारे दस्तावेज समेत पूरी संपत्ति का रिकॉर्ड जब्त कर मामले में कार्रवाई आरंभ कर दी है।

जानकारी के अनुसारकांगड़ा केंद्रीय सहकारी बैंक सीमित से कुछ वर्ष पहले जिला कांगड़ा के पालमपुर से संबंध रखने वाली एक महिला ने ऋण के लिए आवेदन किया था। आरोप है कि देहरा से संबंध रखने वाले बैंक के तत्कालीन निदेशक ने फर्जी तरीके से महिला को 18.5 करोड़ रुपए का ऋण मंजूर करवाया था। ऋण की इस राशि से महिला ने पालमपुर के मुख्य बाजार के साथ घुग्गर में एक होटल का निर्माण करवाया था। केसीसी बैंक से ऋण लेने के बाद इसकी अदायगी महिला द्वारा नहीं की गई थी, जिससे ऋण की यह राशि एनपीए में चली गई थी।

बैंक में लोन आबंटन को लेकर पहले से ही न्यायालय में केस चल रहा है। न्यायालय ने इस केस को लेकर सर्च वारंट जारी किए थे। न्यायालय के आदेशों के अनुसार वीरवार को विजीलैंस टीम ने एसपी विजीलंैस धर्मशाला अरुल कुमार के नेतृत्व में पहले पालमपुर स्थित महिला के घर व होटल में दबिश दी। इसके बाद देहरा स्थित केसीसी बैंक के पूर्व निदेशक के घर में दबिश दी। इस दौरान टीम ने दोनों आरोपियों की चल-अचल संपत्ति, लोन के दस्तावेज, बैंक के सभी खातों के रिकॉर्ड जब्त कर लिए हैं। मामले से संबंधित दोनों को सवाल-जवाब के लिए विजीलैंस थाना बुलाया गया है।

गौरतलब है कि हाल ही में विजीलैंस ने केसीसी बैंक के लोन से संबंधित रिकॉर्ड को कब्जे में लिया था। यह रिकॉर्ड वर्ष 2012 से 2017 के बीच निदेशक मंडल की बैठकों और लोन कमेटी की प्रोसिडिंग्स का था। इस अवधि के दौरान जिला की एक कंपनी और पालमपुर के होटल को करोड़ों रुपए का लोन दिया गया था जोकि बाद में एनपीए हो गया था। पूर्व में विपक्ष में रहते हुए भाजपा की चार्जशीट के आरोपों पर विजीलैंस ब्यूरो ने इस संबंध में 2 एफआईआर धर्मशाला और ऊना थाना में दर्ज की हैं।

Vijay