देवता के नाम पर शातिरों ने खेला ऐसा खेल, मंदिर कमेटी के उड़े होश

Thursday, Jun 22, 2017 - 09:47 PM (IST)

कुल्लू: जिला कुल्लू के दोहरानाला इलाके में देवता के नाम पर शातिरों ने लाखों रुपए का गोलमाल कर डाला। शातिरों ने फर्जी रसीद बुक छपवाकर इनके दम पर जगह-जगह जाकर लोगों से वसूली कर ली। मंदिर निर्माण का हवाला देते हुए शातिरों ने किसी से 100 रुपए तो किसी से 500 रुपए तक राशि वसूली। कुछ लोगों ने 1000 रुपए से 5000 रुपए तक राशि भी मंदिर निर्माण के नाम पर शातिरों को दे डाली। शातिर यह राशि लेकर अब चंपत हो गए हैं। देवता मंदिर कमेटी के कारदार सहित देवता के अन्य मुख्य कारकूनों को जब देवता के नाम पर हो रही उगाही का पता चला तो सभी के होश उड़ गए। कुछ लोगों ने देवता के मुख्य कारकूनों को रसीदें दिखाकर कहा कि हमने भी मंदिर निर्माण के लिए धनराशि दान की है जबकि मंदिर कमेटी ने ऐसी कोई रसीद बुक छपवाई ही नहीं थी।

कुछ महीने पहले छपवाई गईं 2000 रसीदें 
मंदिर कमेटी से जुड़े लोगों ने जब संबंधित रसीद लेकर भुट्ठी कालोनी इलाके में संबंधित प्रिंटिंग प्रैस संचालक से बात की तो पता चला कि कुछ लोग रसीद बुक छपवाने आए थे। उन्होंने देवता के नाम पर कुछ महीने पहले 2000 रसीदें छपवाई हैं। मंदिर कमेटी को शक है कि अब तक शातिरों ने सारी की सारी 2000 रसीदें लगा दी होंगी। इस बीच कुछ लोगों ने कारकूनों को बताया कि उन्होंने 5-5 हजार रुपए तक की रसीदें भी कटवाई हैं। दोहरानाला इलाके के डाबरी क्षेत्र से देवता तीराचाणी के कारदार दुनी चंद, कारकून हेम राज, कालू राम, अमर चंद, रूप चंद, दोत राम व लाल चंद आदि ने बताया कि जब उन्हें देवता के नाम पर इस तरह की वसूली का पता चला तो उनके तो होश ही उड़ गए। 

देवता के मंदिर का हो रहा निर्माण
कारदार ने बताया कि गांव में देवता के मंदिर का निर्माण कार्य चला हुआ है। मंदिर आधा बनकर तैयार हो गया है। शेष निर्माण कार्य अभी निपटाना बाकी है। अब तक हुए मंदिर निर्माण कार्य के लिए गांव के लोगों ने अपने स्तर पर पैसे इकट्ठे किए थे जिससे मंदिर का आधा काम हुआ। इस बीच अब पता चला कि शातिरों ने देवता के नाम पर जिला कुल्लू के विभिन्न इलाकों में फर्जी रसीदों के दम पर उगाही कर लाखों रुपए का गोलमाल कर दिया है।

वर्ष 2007 में छापवाई थीं कुछ रसीदें 
कारदार के मुताबिक देवता के मंदिर में कुछ निर्माण कार्य के लिए वर्ष 2007 में कुछ रसीदें छपवाई गई थीं लेकिन वे देवता मंदिर कमेटी के लोगों ने ही कटवाई थीं। वे रसीदें उसी समय खत्म हो गई थीं। अब किसने रसीदें छपवाकर देवता के नाम पर उगाही की, इसका कोई अता-पता नहीं है। उन्होंने कहा कि वे इस मामले में तह तक पहुंचने के लिए पुलिस की मदद लेंगे। शातिरों द्वारा कटवाई गईं कुछ रसीदें देवता के कारकूनों के हाथ लगी हैं। इन रसीदों को भी पुलिस को सौंपा जाएगा। 

कहीं गांव के ही किसी व्यक्ति का हाथ तो नहीं
देवता के मुख्य कारकून इस बात को लेकर भी पता लगा रहे हैं कि कहीं गांव या देवता के हारियान क्षेत्र के ही किसी व्यक्ति ने यह काम तो नहीं किया है। इसको लेकर मंदिर कमेटी से जुड़े लोग आपस में चर्चा कर पता लगाने में जुटे हैं। लोगों का कहना है कि देवता के नाम पर इस तरह की धोखाधड़ी पाप तो है ही साथ में कानून की नजर में भी बड़ा जुर्म है। 

पुलिस के पास करनी चाहिए शिकायत
जिला देवी-देवता कारदार संघ के अध्यक्ष दोत राम ने कहा कि देवी-देवताओं के नाम पर इस तरह की उगाही करना गलत है। संबंधित देवता के कारदार व अन्य कारकूनों को भी पुलिस के पास इसकी शिकायत करनी चाहिए ताकि शातिर पकड़े जा सकें। 

शिकायत मिली तो होगी कार्रवाई
वहीं एडीशनल एस.पी. कुल्लू निश्चिंत सिंह नेगी ने बताया कि यदि मंदिर कमेटी से जुड़े लोग और देवता के कारकून पुलिस के पास इस प्रकरण की शिकायत करते हैं तो पुलिस शातिरों को पकडऩे के लिए कार्य करेगी। प्रिंटिंग पै्रस से लेकर अन्य कई लोगों से पूछताछ भी होगी।