शातिर ने खाते से निकाले साढ़े 28 लाख, ठगी का तरीका उड़ा देगा होश

Saturday, Jul 08, 2017 - 07:59 PM (IST)

सोलन: सोलन पुलिस के पास 28 लाख 50 हजार रुपए की धोखाधड़ी का एक ऐसा मामला पहुंचा है, जिसके पहलू सऊदी अरब से लेकर गुजरात तक जुड़े हैं। जिस व्यक्ति के बैंक खाते से पैसे निकाले गए, उसका खाता सोलन बैंक ऑफ बड़ौदा में है। वह स्वयं सऊदी अरब में रहता है। उसके बैंक खाते से पैसे चंडीगढ़ की बैंक ऑफ बड़ौदा की ब्रांच से निकले और पुलिस की छानबीन में पता चला कि पैसे गुजरात की एक फर्म के खाते में जमा हुए हैं। अब बैंक ऑफ बड़ौदा की चंडीगढ़ ब्रांच के प्रबंधक परमजीत सिंह की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज करके छानबीन शुरू कर दी है। पुलिस अब यह खुलासा करने में जुट गई है कि आखिर फर्जी चैकों का खेल किसने और कैसे खेला क्योंकि जिन चैकों के माध्यम से बैंक से पैसा निकाला गया है वह चैक बुक व चैक नंबर खाता मालिक के पास मौजूद हैं।

साजिश रचने से पहले बदलवा दिया असली मालिक का नंबर
वैसे यह तो साफ हो चुका है कि फर्जी चैकों के जरिए ठगी का यह पूरा खेल खेला गया है क्योंकि ठगी करने वाले ने साजिश रचने से पहले बैंक की सोलन शाखा में खाताधारक का मोबाइल नंबर भी बदलवाया ताकि चैक क्लीयर करने को लेकर जब बैंक अधिकारी फोन करें तो यह फोन उसके द्वारा दिए गए नंबर पर ही जाए। जब बैंक मैनेजर ने पैसे देने से पहले फोन किया तो वह असली खाताधारक नहीं बल्कि नकली खाताधारक ने उठाया और पैसे देने की हामी भरी थी। इस पूरे मामले की जांच में पुलिस जुट गई है। पुलिस की जांच में ये खुलासे हो चुके हैं और पुलिस आरोपी तक पहुंचने में जुट गई है।

ऐसे चला मामले का पता
जानकारी के अनुसार यह मामला सामने तब आया जब सऊदी अरब के अबुधाबी में रह रहे सोलन के व्यक्ति को पता चला कि उसके बैंक के खाते से 2 चैकों के जरिए 28 लाख 50 हजार रुपए निकाले गए हैं। इस पर उसने बैंक मैनेजर को फोन किया और उससे यह जानकारी मांगी कि उसके खाते से पैसे किसने निकाले। इस पर बैंक की ओर से उसे जानकारी दी गई कि 2 चैकों के माध्यम से उसके खाते से 15 लाख व साढ़े 13 लाख रुपए निकाले गए हैं। जब व्यक्ति ने मैनेजर से चैक नंबरों को लेकर जानकारी मांगी तो खुलासा हुआ कि जिस नंबर के चैक बैंक में लगाए गए, वे चैक तो खाता मालिक के पास ही हैं और उसने किसी को ये चैक दिए ही नहीं। 

चैक क्लीयर करने से पहले सोलन ब्रांच से मांगी थी क्लीयरैंस 
इसके बाद मामले की जांच आगे बढ़ी तो पता चला कि चंडीगढ़ में चैक क्लीयर करने से पहले बैंक ने सोलन ब्रांच से इसकी क्लीयरैंस मांगी थी। इस दौरान बैंक से खाताधारक का फोन नंबर लेकर यह भी पता किया गया कि चैक उसी ने दिए हैं लेकिन बाद में खुलासा हुआ कि ठगी करने वाले ने बैंक की इस प्रक्रिया की जानकारी होने के कारण घटना को अंजाम देने से एक महीना पहले ही खाताधारक के बैंक अकाऊंट में अर्जी देकर मोबाइल नंबर बदलवा लिया था। एस.पी. अंजुम आरा ने धोखाधड़ी का मामला दर्ज होने की पुष्टि करते हुए कहा कि पुलिस हर पहलू से मामले की जांच कर रही है।