17 घंटे तक लाहौल के इस गांव में फंसा रहा वाहनों का काफिला, जानिए क्या थी वजह

Sunday, Oct 07, 2018 - 10:03 PM (IST)

मनाली: लेह से मनाली आ रहा वाहनों का काफिला लाहौल के गेमुर गांव में 17 घंटे फंसा रहा। गेमुर में भारी-भरकम पत्थर गिरने से मार्ग अवरुद्ध हो गया। जिला प्रशासन ने सरचू में लोगों को रैस्क्यू करने के बाद मनाली-लेह मार्ग पर वाहनों की आवाजाही पर रोक लगा दी है लेकिन लेह में फंसे लाहौल व कुल्लू-मनाली के वाहनों को बारालाचा होते हुए निकाला जा रहा है। शनिवार शाम को गेमुर गांव के समीप पहाड़ी से मलबा व चट्टान सड़क पर आ गिरी जिससे वाहनों का काफिला वहीं पर रुक गया। सैलानियों को यहां गाडिय़ों में ही रात गुजारनी पड़ी। रविवार सुबह पता चलते ही प्रशासन ने बी.आर.ओ. की मदद से सड़क पर यातायात बहाल करवाया।

रविवार शाम 5 बजे बहाल हुआ मनाली-लेह मार्ग
रात से बंद चल रहे मनाली-लेह मार्ग को रविवार शाम 5 बजे बहाल किया गया। इस बीच कुछ सैलानियों को तो गेमुर गांव के ग्रामीणों आशा बौद्ध, आंगमो और पदमा ने अपने घर में खाना खिलाया और रात को शरण भी दी। बी.आर.ओ. ने सड़क पर पड़ी बड़ी चट्टान को ब्लासिं्टग कर तोड़ा। बी.आर.ओ. के कमांडर कर्नल ए.के. अवस्थी का कहना है कि मनाली-लेह मार्ग पर गेमुर के पास पहाड़ी से मलबा व बड़ी चट्टान गिर जाने से यातायात प्रभावित हो गया था। कमांडर ने कहा कि लेह मार्ग पर दारचा से सरचू तक सड़क जम रही है जिस कारण जोखिम बढ़ गया है। उन्होंने कहा कि बारालाचा दर्रे में बी.आर.ओ. ने सड़क का काम फिलहाल बंद कर दिया है।

गेमुर में फंसे सभी वाहन निकाले : एस.डी.एम.
केलांग के एस.डी.एम. अमर नेगी ने कहा कि गेमुर में फंसे सभी वाहनों को निकाल लिया गया है, वहीं केलांग-दारचा मार्ग को बहाल कर दिया गया है। बारालाचा मार्ग पर हालांकि वाहनों की आवाजाही बंद कर दी है लेकिन बर्फबारी के बाद लेह में फंसे वाहनों व सैलानियों को बारालाचा होते हुए लाया जा रहा है।

Vijay