प्रदेश में बिना तैयारी कर रहे टीकाकरण की घोषणाएं: बाली

punjabkesari.in Monday, May 03, 2021 - 11:01 AM (IST)

कांगड़ा (कालड़ा) : पूर्व मंत्री जी.एस. बाली ने कोरोना महामारी में चल रही वैक्सीन पर कहा कि केंद्र सरकार की घोषणा अनुसार मई से पूरे देश में 18 साल से ऊपर की आयु वाले नागरिकों का टीकाकरण होना था, लेकिन मीडिया और अन्य सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार उक्त टीकाकरण आज से हिमाचल प्रदेश में नहीं होने जा रहा है, क्योंकि सरकार के पास वैक्सीन उपलब्ध नहीं है। यह काम अब मात्र पंजीकरण तक सीमित रह गया है। अब केंद्र में भी भाजपा की सरकार है और हिमाचल प्रदेश में भी भाजपा की सरकार है। इस डबल इंजन की सरकार द्वारा अपनी घोषणा के अनुसार उक्त टीकाकरण की व्यवस्था न करने के कारण सरकार की कार्य प्रणाली पर प्रश्न चिन्ह लगता है और यह सरकार इस महामारी के दौर में भी झूठ बोलने से नहीं हट रही है। उन्होंने कहा कि सरकार तैयारी किए बिना ही घोषणाएं कर रही है। जयराम सरकार और केंद्र सरकार इस महामारी को पनपने से रोकने की अपेक्षा पहले चुनावों और रैलियों में व्यस्त रही और अब लोगों को अपने हाल पर छोड़ दिया है। ईश्वर की कृपा है कि हिमाचल प्रदेश के हालात अन्य प्रदेशों जैसे बुरे नहीं है और सरकार ने अतिरिक्त बिस्तरों वैंटिलेटरों व ऑक्सीजन की व्यवस्था की है, लेकिन प्रदेश में हजारों संक्रमित व्यक्ति होम आइसोलेशन में हैं और उनके पास ऑक्सीमीटर नहीं हैं, जिससे वे अपना ऑक्सीजन लेवल देख सकें।

पूर्व मंत्री बाली ने कहा कि सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार आज प्रदेश में मात्र 7000 से 8000 ही ऑक्सीमीटर अपलब्ध हैं। गत एक साल से ज्यादा समय से यह महामारी फैल रही है, लेकिन सरकार ने न तो इस गम्भीर व जानलेवा बीमारी से निपटने हेतु कारगर कदम उठाए और न ही आवश्यक दवाइयों, ऑक्सीजन, अतिरिक्त बिस्तरों, वैटीलेटरों और ऑक्सीमीटर इत्यादि की पर्याप्त व्यवस्था की। जो ऑक्सीमीटर 600 रुपए में मिलता था वह आज 6000 रुपए में मिल रहा है। जी.एस. बाली ने कहा कि प्रदेश सरकार को चाहिए था कि वह समय रहते कम से कम 40-50 हजार ऑक्सीमीटर खरीदने हेतु आवश्यक कदम उठाती। उन्होंने मुख्यमंत्री से आग्रह किया कि वह केंद्र सरकार से अपने प्रभाव का सदुपयोग करके हिमाचल वासियों को जिन्हें पहला टीका लग गया है उन्हें दूसरा टीका और जिन्हें पहला टीका नहीं लगाया गया है उन्हें तुरंत पहला टीका लगाने हेतु प्रयत्न करें। इस काम को युद्धस्तर पर किया जाना चाहिए। अपने सीमित साधनों को देखते हुए भी सरकार को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि हमारे पास इस बीमारी में उपयोग होने वाली आवश्यक दवाइयों और वैक्सीन इत्यादि की समुचित उपलब्धता हो।
 


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Content Writer

prashant sharma

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