ऊना में खनन माफिया के हौसले बुलंद, पीले पंजे से पहाड़ों और खड्डों का सीना हो रहा छलनी(Watch Video)

Thursday, Feb 01, 2018 - 03:18 PM (IST)

ऊना(सुरिंदर):जिला ऊना में खनन माफिया के हौसले कितने बुलंद है। इसकी बानगी ऊना के पंजाब बार्डर पर स्थित कई स्थलों पर देखी जा सकती है। हरोली उपमंडल के बाथू-बाथड़ी व सिंगा के क्षेत्र खनन गतिविधियों के प्रमुख केंद्र बने हुए हैं। यहां काफी क्रैशर लगे हैं। बाथू-बाथड़ी की पूरी खड्ड का स्वरूप ही खनन से बदल गया है। नियमों के तहत 3 फुट से अधिक गहरे गड्ढे नहीं किए जा सकते हैं परन्तु इस खड्ड में कई-कई मीटर गहरे गड्ढे कर दिए गए हैं। बड़े-बड़े तालाबों को अब मिट्टी से भरने का काम भी जारी है। लेकिन यदि जलजला आया तो यहां बड़ी तबाही भी हो सकती है। प्रतिबंध के बावजूद यहां मशीनें दनदना रही हैं।

काफी वनस्पतियों को नुक्सान पहुंचाया जा रहा 
खड्ड का स्वरूप ही बिगाड़ दिया गया है। पूरी खड्ड का बुरी तरह से चीरहरण हो रहा है। इसी क्षेत्र में पहाड़ियों पर भी खुलकर जे.सी.बी. मशीनें चल रही हैं। इन मशीनों के पंजों से पेड़-पौधों को भी जड़ों से ही उखाड़ा जा रहा है। काफी वनस्पतियों को नुक्सान पहुंचाया जा रहा है। क्षेत्र के लोगों ने बताया कि क्षेत्र में खनन से पहाडिय़ां और खड्डों को गंभीर खतरा उत्पन्न हो गया है। लोगों की माने तो विभाग को कई दफा इस बारे कहा गया लेकिन विभाग खनन माफिया से राजीनामा करने की नसीहत देता है। वहीं पंजाब के साथ लगते क्षेत्र में खनन नियमों की खुली धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। ऐसा लगता है कि कहीं कोई कायदा कानून नहीं है। सवाल खनिज विभाग के साथ-साथ प्रशासन के उन 26 विभागों पर भी है जिन्हें अवैध खनन पर कार्रवाई के लिए अधिकृत किया गया है। आखिर इस मामले पर सख्ती से कार्रवाई क्यों नहीं हो रही है।