अनोखा मंदिर जिसका पश्चिम में है द्वार, कभी घूमता था एक स्तंभ पर, जानिए रोचक तथ्य (PICS)

Monday, Sep 23, 2019 - 02:26 PM (IST)

चंबा: हिमाचल प्रदेश को देवभूमि के नाम से जाना जाता है। कहा जाता है कि इस पर देवी-देवताओं की कृपा है। पूरे प्रदेश में प्रस्‍तर और काष्‍ठ के मंदिर बने हुए हैं। यहां की समृद्ध संस्‍कृति और परंपराओं की वजह से यह प्रदेश अद्धितीय है। हिमाचल प्रदेश लोकगाथाओं और सौंदर्य की भूमि है। यहां मंदिर खुद के अंदर कई ऐतिहासिक और रहस्यमयी घटनाएं समेटे हुए हैं।


मंदिरों के निर्माण को लेकर जुडी दंत कथाएं हो या फिर निर्माण में इस्तेमाल की गई बेहतरीन कारीगरी, हर किसी को अपनी ओर आर्कषित करती है। ऐसे ही एक मंदिर के बारे में हम आपको कुछ रहस्य बताते हैं। जिसे पढ़कर आप हैरान हो जाएंगे।  

हिमाचल प्रदेश के चंबा जिले के छतराड़ी में स्थित मां शिव शक्ति का मंदिर ऐसा है, जो कभी एक स्तंभ कर घूमता था। मंदिर से जुड़ा एक रोचक तथ्य यह है कि यह संभवता देश का ऐसा पहला मंदिर है, जिसका प्रवेश द्वार पश्चिम दिशा है। बता दें कि यह जिला से करीब 60 किलोमीटर दूर स्थित छतराड़ी गांव में स्थित है। इस प्रसिद्ध शिव शक्ति मंदिर से जुड़ी यह एतिहासिक घटना है।  

जानिए कैसे हुआ था मंदिर का निर्माण

प्रसिद्व शिव शक्ति मंदिर छतराड़ी का निर्माण 780 ई पूर्व में हुआ था। मंदिर का निर्माण गोगा नामक मिस्त्री ने किया था। हैरानी की बात यह है कि मंदिर का निर्माण करने वाले गोगा मिस्त्री का केवल एक ही हाथ था। मां के आर्शीवाद से कारीगर ने मंदिर को चार-चांद लगा दिए। निर्माण पूरा होने पर कारीगर ने मोक्ष प्राप्ति की इच्छा जाहिर की थी। दरअसल मिस्त्री छत से गिर गया और उसकी मौके पर मौत हो गई।

लकड़ी से बना है मंदिर  

मंदिर का निर्माण लकड़ी से हुआ है। शायद ही कोई भाग ऐसा हो, जहां पर पत्थर का इस्तेमाल किया गया है। इसके अलावा मंदिर के अंदर दीवारों पर बनाई गई पेंटिंग भी मंदिर में आर्कषण का केंद्र बनी हुई है। मां के आदेश पर गुगा कारीगर ने मंदिर का कार्य किया, लेकिन इस दौरान वह इसके द्वार को लेकर असमंजस में था।

जिस पर शिव शक्ति मां ने गुगा को मंदिर घुमाने का आदेश दिया और जहां यह रूक जाता है, उस तरफ इसका द्वार बना दो। कहा जाता है कि जिस वक्त मंदिर को घुमाया गया तो यह पश्चिम दिशा में आकर रूका। तभी देवी के आदेश से इसका द्वार भी इसी दिशा में बनाया गया। मंदिर में कई ऐसी चीजें हैं जो बार-बार देखने पर भी दिल नहीं भरता। 

Ekta