मोदी के विकसित भारत संकल्प की सिद्धि के लिए एक से श्रेष्ठ केंद्रों पर दी जाती है 360 डिग्री की ट्रेनिंग : अनुराग

Saturday, Jan 06, 2024 - 09:46 PM (IST)

हमीरपुर (राजीव): केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण, युवा कार्यक्रम और खेल मंत्री अनुराग ठाकुर द्वारा उनके संसदीय क्षेत्र हमीरपुर में चलाए जा रहे शैक्षणिक कार्यक्रम 'एक से श्रेष्ठ' के 500वें केंद्र का 20 हजार से भी ज्यादा लोगों की उपस्थिति में भव्य शुभारंभ हुआ। इस विशेष अवसर पर मुख्यातिथि के तौर पर उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल उपस्थित रहे। उपराष्ट्रपति की धर्मपत्नी सुदेश धनखड़ भी इस कार्यक्रम में उपस्थित रहीं। अनुराग ठाकुर ने एक से श्रेष्ठ के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए कहा कि हमारा संकल्प, हमारा प्रयास-सबको शिक्षा, सबका विकास के ध्येय वाक्य से एक से श्रेष्ठ कार्यक्रम शिक्षा के समग्र विकास में हमारी एक पहल है। कई बार यह नाम सुनकर लोग चौंक जाते हैं कि भला ये क्या बला है। मैं बताना चाहूंगा कि श्रेष्ठता एक मीडियम है मोटिवेशन का, श्रेष्ठता एक फील है ट्रांसफॉर्मेशन का, श्रेष्ठता एक स्टेज है परफैक्शन का और हम अपने एक से श्रेष्ठ सैंटरों पर होनहारों को, भविष्य के कर्णधारों को, नए भारत के खेवनहारों को इसी मूलमंत्र के साथ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विकसित भारत संकल्प की सिद्धि के लिए 360 डिग्री ट्रेनिंग देते हैं।

अनुराग ठाकुर ने कहा कि किसी भी आर्थिक पृष्ठभूमि से आने वाले प्रत्येक बच्चे के लिए शिक्षा जन्मसिद्ध अधिकार है और इस अधिकार की पूर्ति के लिए 'एक से श्रेष्ठ' कार्यक्रम शुरू किया गया था। “एक से श्रेष्ठ” जीवन के सभी क्षेत्रों के छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा तक पहुंच सुनिश्चित करने और समग्र विकास प्रदान करने की एक पहल है। एक से श्रेष्ठ का उद्देश्य पंचायत स्तर पर उसके आसपास के क्षेत्र के शिक्षकों के माध्यम से, किसी भी सामाजिक-आर्थिक पृष्ठभूमि को छोड़कर, बच्चों के समग्र विकास के लिए स्कूल के घंटों के बाद कक्षाएं निःशुल्क सुनिश्चित करना है। पारंपरिक गुरुकुल शिक्षा से प्रेरित होकर विभिन्न आयु समूहों और पृष्ठभूमि के बच्चों के लिए एक सामान्य शिक्षण स्थान विकसित किया गया है। एक से श्रेष्ठ के साथ, मिशन कोने-कोने तक पहुंचना और शिक्षा का लोकतंत्रीकरण करना है। 

अनुराग ठाकुर ने कहा कि हमीरपुर संसदीय क्षेत्र के 5 जिलों में चल रहे एक से श्रेष्ठ केंद्र महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा दे रहे हैं। पारंपरिक गुरु-शिष्य परंपरा पर आधारित यह कार्यक्रम 5 अक्तूबर 2021 को विश्व शिक्षक दिवस के अवसर पर लॉन्च हुआ था, जिसके माध्यम से हिमाचल प्रदेश की 3 समस्याओं इम्प्लायमैंट, इमिग्रेशन और इकोनॉमी का एजुकेशन द्वारा समाधान करने की कोशिश थी। यह हर्ष का विषय है कि 1 से शुरू हुए एक से श्रेष्ठ के अब 500 सैंटरों में 9000 से ज्यादा बच्चे, जिसमें प्रत्येक केंद्र पर छात्रों की औसत संख्या 19 है, वो बदलती दुनिया के साथ नई चीजें सीख रहे हैं। 
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Content Writer

Vijay