भाजपा के कार्यकाल में सबसे ज्यादा आत्महत्या कर रहे बेरोजगार : अभिषेक

Saturday, Jan 11, 2020 - 01:49 PM (IST)

हमीरपुर : प्रदेश भाजपा आई.टी. विभाग द्वारा तथ्यों की जानकारी न होने का आरोप लगाने के बाद प्रदेश कांग्रेस सोशल मीडिया विभाग के चेयरमैन अभिषेक राणा ने पलटवार करते हुए कहा है कि वह तथ्यों पर आधारित बात ही करते हैं लेकिन भाजपा आई.टी. विभाग के मित्रों को शायद आंकड़ों पर जबाव देना नहीं आता है। उन्होंने कहा कि अगर बात शुरू की ही है तो भाजप नेता नेशनल क्राइम रिकार्ड ब्यूरो (एन.सी.आर.बी.) द्वारा आंकड़ों पर अपनी राय दें जिसमें बेरोजगारी के बारे में स्पष्ट किया है कि हर 2 घंटें में करीब 3 बेरोजगार खुदकुशी कर रहे हैं। 

उन्होंने कहा कि जब से केंद्र में भाजपा सरकार की है, तब से भूखमरी व बेरोजगारी के आंकड़ों में रिकार्डतोड़ बढ़ोतरी हुई है। वर्ष 2018 में ही 12,936 बेरोजगारों ने आत्महत्या कर ली तो इसी अवधि में खेतीबाड़ी से जुड़े 10,349 लोगों ने अपनी जान दी। गृह मंत्रालय के तहत आने वाली इस संस्था के आंकड़ें बताते हैं कि वरूर्रा 2018 में खुदकुशी के मामलों में 3.6 प्रतिशत बढ़ोतरी हुई है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2017 के आंकड़ों में भी ऐसी ही भयावह स्थिति जगजाहिर हुई है। उन्होंने कहा कि अगर भाजपा नेता इन आंकड़ों को झुठला नहीं सकते हैं तथा इस पर अपनी स्थिति स्पष्ट करें कि ऐसे हालात देश में क्यों बने हुए हैं। वर्ष 2014 में हर साल 2 करोड़ बेरोजगारों को नौकरी देने का वायदा कर सत्ता में आने वाली मोदी सरकार बेरोजगारी को खत्म क्यों नहीं कर पाई है। ऐसी विवशता क्या है कि रोजगार देने की बजाये युवाओं से रोजगार छीना जा रहा है। 

उन्होंने कहा कि इन तथ्यों पर भी भाजपा नेता जवाब दें क्योंकि जनता भी इन सवालों का जबाव चाहती है। उन्होंने नसीहत दी कि भाजपा नेता पहले स्वयं तथ्यों की जानकारी लें और उसके बाद ही सोच-समझकर बयानबाजी करें, ताकि जनता के बीच में उन लोगों को शर्मिंदगी न उठानी पड़े। उन्होंने कहा कि जिम्मेदार पद पर बैठकर गैर जिममेदाराना टिप्पणियां करना उन लोगों को शोभा नहीं देता है।

Edited By

Simpy Khanna