हिमाचल में जिलास्तर पर मनाया गया अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस

Sunday, Mar 08, 2020 - 05:18 PM (IST)

ऊना (अमित शर्मा) : अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर ऊना के हिमोत्कर्ष कन्या महाविद्यालय में जिलास्तरीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया। वहीं स्वां वीमेन फैडरेशन द्वारा भी महिला दिवस समारोह का आयोजन किया गया। दोनों कार्यक्रमों में केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री अनुराग ठाकुर ने बतौर मुख्य अतिथि हिस्सा लिया। वहीं पंचायतीराज मंत्री वीरेंद्र कंवर और पूर्व भाजपाध्यक्ष सतपाल सत्ती भी मौजूद रहे।

अनुराग ठाकुर और वीरेंद्र कंवर ने महिलाओं को महिला दिवस की बधाई दी वहीं केंद्र और प्रदेश सरकार द्वारा महिलाओं के लिए चलाई जा रही योजनाओं की जानकारी दी।  ऊना में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर हिमोत्कर्ष कन्या महाविद्यालय में महिला बाल विकास द्वारा जिला स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया वहीं झलेड़ा में स्वां वीमेन फैडरेशन द्वारा भी समारोह आयोजित हुआ। कार्यक्रमों में उत्कृष्ट कार्य करने वाली महिलाओं को सम्मानित भी किया गया।

केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि आज महिलाएं किसी भी क्षेत्र में पुरुषों से पीछे नही है। अनुराग ने कहा कि मोदी सरकार द्वारा महिलाओं के उत्थान के लिए बहुत सी कल्याणकारी योजनाएं चलाई जा रही है । वहीं पंचायतीराज मंत्री वीरेंद्र कंवर ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा महिला उत्पीड़न के मामलों पर लगाम लगाने के लिए हेल्पलाइन शुरू की गई है। प्रदेश सरकार द्वारा महिलाओं के लिए विशेष रूप से कई योजनाएं चलाई जा रही है जिनका महिलाओं को लाभ भी मिल रहा है।

नाहन
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर सिरमौर जिला मुख्यालय नाहन में जिला स्तरीय कार्यक्रम आयोजित हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला अतिरिक्त उपायुक्त प्रियंका वर्मा ने की। इस कार्यक्रम में जहां महिलाओं को उनके अधिकारों के बारे में जागरूक किया गया। वहीं उनको महिलाओं के लिए सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं की भी जानकारी दी गई। मीडिया से बात करते हुए जिला अतिरिक्त उपायुक्त प्रियंका वर्मा ने कहा कि मौजूदा समय में महिलाएं पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर आगे बढ़ रही है और आज किसी भी क्षेत्र में महिलाएं पीछे नहीं है। उन्होंने महिलाओं से अपील की कि महिलाएं अपने आप को किसी भी परिस्थिति में कम ना समझे और निरंतर आगे बढ़ती रहे।

कुल्लू
सामाजिक-आर्थिक विकास में महिलाओं की अह्म भूमिका है। कोई भी समाज तब तक उन्नति के पथ पर आगे नहीं बढ़ सकता जब तक महिलाओं को बराबर का अवसर प्रदान नहीं किया जाता। यह बात वन, परिवहन व युवा सेवाएं एवं खेल मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने रविवार को राजकीय डिग्री महाविद्यालय कुल्लू के सभागार में आयोजित जिला स्तरीय अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर जिलाभर से आई महिलाओं को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने इस अवसर पर सभी महिलाओं को बधाई और शुभकामनाएं दी।

नाहन
रेणुका विधानसभा के बेचड़ का बाग में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर एक कार्यक्रम आयोजित हुआ जिसमें विधायक विनय कुमार ने मुख्य अतिथि के रुप में शिरकत की । कार्यक्रम में क्षेत्र की विभिन्न पंचायतों से सैकड़ों की संख्या में महिलाओं ने हिस्सा लिया।यहां आयोजित कार्यक्रम के दौरान विधायक विनय कुमार ने क्षेत्र की चार पंचायतों  के 30 महिला मंडल समूहों को विधायक निधि व स्वैच्छिक निधि से 10-10 हजार रुपए की राशि दी। विधायक विनय कुमार ने कहा कि महिला मंडलों को इस राशि को देने का मुख्य मकसद महिलाओं को प्रोत्साहित कर उन्हें सशक्त करना है ताकि महिला मंडल अपने स्तर पर कोई कार्य शुरू कर अपने आप को मजबूत बना सके।  विनय कुमार ने कहा कि भविष्य में  रेणुका विधानसभा क्षेत्र के विभिन्न हिस्सों में महिला सम्मान के लिए  विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। वही धनराशि मुहैया करवाने के लिए महिला मंडलों ने विधायक विनय कुमार का आभार जताया है साथ ही महिलाओं का कहना है कि यह पहला मौका है जब क्षेत्र में किसी जनप्रतिनिधि द्वारा इस तरह का कदम महिलाओं के लिए उठाया गया हो।

किन्नौर 
जिला किन्नौर में रविवार को विश्व महिला दिवस मनाया गया। एक ओर जहां महिलाएं हर क्षेत्र में पुरूषों की बराबरी कर रही है, वहीं आज भी किन्नौर की महिलाएं हर महिला दिवस पर अपने अधिकारों को लेकर सरकार से उनके भूमि अधिकार को लेकर मांग करती आ रही है। किन्नौर की महिलाओं को आज तक पैतृक संपत्ति पर कोई अधिकार नहीं मिला है। वहीं, इस बारे में प्रदेश की सबसे होनहार व सबसे अधिक वाहन लाइसेंस वाली महिला पूनम नेगी जो किन्नौर के रारंग गांव से संबंध रखती है, उन्होंने प्रदेश सरकार से मांग की है कि जनजातीय जिला किन्नौर में आजादी के 75 वर्षों बाद भी महिलाओं को उनके पैतृक संपत्ति में हक नहीं मिलता है, जिससे महिलाओं को आज भी पुरुषों के अधीन रहना पड़ता है। उन्होंने कहा कि पूरे भारतवर्ष में महिलाएं अपने पैतृक संपत्ति में पूरी भागीदार हैं। वहीं, किन्नौर की महिलाएं आज भी पैतृक संपत्ति पर अपना अधिकार नहीं जमा सकती हैं। उन्होंने कहा कि आजादी के इतने वर्षों बाद भी महिलाएं आज भी जनजातीय कानूनों के बेड़ियों में बंधी हुई हैं।
 

kirti