नेता विपक्ष हैं अवैध खननकारियों के जनक, अपने 5 साल में ऊना में दी 68 खनन लीजें : रामकुमार

Saturday, Jul 13, 2019 - 04:35 PM (IST)

ऊना, (विशाल): अवैध खनन का हल्ला डालने वाले नेता विपक्ष मुकेश अग्रिहोत्री ही अवैध खननकारियों के जनक हैं। जब अग्रिहोत्री सत्ता में खनन विभाग देखते थे तब ही अकेले ऊना जिला में 68 खनन लीजों की बंदरबांट की गई जबकि इससे पहले तक ऊना जिला में केवल 10 ही खनन लीजें थीं। यह बात ऊना में हिमकैप्स के चेयरमैन देसराज राणा सहित अन्यों की उपस्थिति में पत्रकार वार्ता करते हुए एच.पी.एस.आई.डी.सी. के उपाध्यक्ष प्रो. रामकुमार ने कही। उन्होंने कहा कि खनन में से अब कांग्रेसियों का हिस्सा मिलना बंद हो गया है तो कांग्रेसियों को तकलीफ हो रही है।

लाखों करोड़ों की हिस्सेदारी कहां से कांग्रेसियों ने डाली

लीजें देने के नाम पर अपने गुर्गों के नाम की हिस्सेदारियां खनन लीजों में डलवाई गईं। करोड़ों के कारोबार में लाखों करोड़ों की हिस्सेदारी कहां से कांग्रेसियों ने डाली यह सार्वजनिक किया जाए। किस खाते से करोड़ों रुपए निकाल कर खनन में इन्वैस्ट किए गए वह भी सार्वजनिक किया जाए। उन्होंने आरोप लगाया कि वर्ष 1013 में ऊना जिला में कुल 10 खनन लीज थीं लेकिन 2013-17 के कांग्रेस कार्यकाल में यह बढकऱ सीधे 78 हो गईं। सदर विधायक सतपाल रायजादा भी यह जान लें कि ऊना विस क्षेत्र में खनन की पहले कोई लीज नहीं थी और यह लीजें कांग्रेस के समय में ही दी गई थीं। रायजादा ने भी नंगड़ा में खनन पर कार्रवाई होने के बाद पुलिस का घेराव किया था।

15 फीसदी हिस्सा इस लीज में रखवाया था

प्रो. रामकुमार ने आरोप लगाया कि कांगड़ के पूर्व प्रधान विनोद बिट्टू खनन लीज को लेकर लोगों को गुमराह कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इसी बिट्टू ने स्वयं प्रधान होते हुए उक्त लीज को एन.ओ.सी. दी थी और स्वयं का 15 फीसदी हिस्सा इस लीज में रखवाया था। अब शायद हिस्सा आना बंद हो गया है इसलिए बिट्टू को दिक्कत हो रही है। रामकुमार ने कहा कि बिट्टू ने स्वयं प्रधान रहते हुए स्वयं की हिस्सेदारी वाली लीज को स्वयं ही कैसे एन.ओ.सी. दे दी थी और अब स्वयं ही उस लीज का विरोध करने में वह क्यों लगे हुए हैं? किस बैंक खाते से उन्होंने 15 प्रतिशत हिस्सेदारी इन्वैस्ट की थी उसको भी बिट्टू सार्वजनिक करें।

रामकुमार ने क्यों धारण किया खनन पर मौन, कैसे हुई सैटिंग : बिट्टू

स्वयं पर लगे आरोपों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कांगड़ के पूर्व प्रधान विनोद बिट्टू ने कहा कि प्रो. रामकुमार पूर्व कांग्रेस सरकार में खनन का मुद्दा उठाते रहे थे लेकिन अब भाजपा की सरकार आने पर खननकारियों से मिलीभगत कर बैठें हैं। इसी के चलते वह अवैध खनन का मुद्दा उठाना भूल कर उक्त मुद्दे उठाने वालों के खिलाफ खड़े हो जाते हैं। उन्होंने कहा कि लीज में उनकी हिस्सेदारी है लेकिन कांगड़ा की जनता अब नए लगे डम्प से परेशान है। ऐसे में वह जनता के साथ हैं और डम्प को हटाने में जनता के साथ खड़े हैं। इसकी भी अब रामकुमार को तकलीफ है। उन्होंने कहा कि अब रामकुमार बताएं कि उनकी खननकारियों के साथ ऐसी कैसी सैटिंग हो गई कि वह खनन के मुद्दे पर मौन धारण किए हुए हैं।

Kuldeep