ऊना अस्पताल में स्वास्थ्य दावों की खुल रही पोल, 10 माह से नहीं हुई हड्डी रोग विशेषज्ञ की तैनाती (Vid

Wednesday, Nov 06, 2019 - 04:29 PM (IST)

ऊना (अमित) : हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा प्रदेशवासियों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं देने के दावों की पोल ऊना में खुलती देखी जा सकती है। करीब सवा पांच लाख की आबादी वाले जिला ऊना में पिछले करीब 10 माह से हड्डी रोग विशेषज्ञ की तैनाती नहीं हो पाई है जिस कारण लोगों को या निजी अस्पतालों का या फिर पीजीआई चंडीगढ़ और टांडा मेडिकल कालेज कांगड़ा का रूख करना पड़ रहा है। पिछले करीब 10 महीनों से क्षेत्रीय अस्पताल ऊना में हड्डी रोग विशेषज्ञ न होने से ओपीडी पर ताला लटका हुआ है।

क्षेत्रीय अस्पताल के हड्डी रोग विभाग में रोजाना दर्जनों मरीज आते हैं जिनमें से किसी की की हड्डी टूटी होती है तो किसी का हाथ व पैर दर्द कर रहा होता है। वहीं दुर्घटना वाले मरीज भी राम भरोसे ही रहते है। दुर्घटना में किसी कि हड्डी फै्रक्चर होती है, तो तुंरत ही पीजीआई चंडीगढ़ रेफर कर दिया जाता है। वहीं क्षेत्रीय अस्पताल में दिव्यांगता सर्टिफिकेट्स बनवाने के लिए भी लोगों को खासी दिक्कतें पेश आ रही है। क्षेत्रीय अस्पताल ऊना में कुछ माह पहले हड्डी रोग विशेषज्ञ की नियुक्ति के आदेश जारी हुए थे लेकिन इसके बावजूद भी चिकित्सक की तैनाती सुनिश्चित नहीं हो पाई है।

स्थानीय लोगों की माने तो हड्डी रोग विशेषज्ञ न होने से खासी परेशानियों का सामना करना पड़ता है ऐसे में सरकार को जल्द से जल्द ऊना में हड्डी रोग विशेषज्ञ को तैनात करना चाहिए। सीएमओ ऊना डा. रमन कुमार ने भी माना कि हड्डी रोग विशेषज्ञ न होने के कारण हड्डियों की बीमारियों से ग्रसित लोगों के साथ साथ हादसों में घायलों का इलाज नहीं हो पा रहा है। सीएमओ ऊना की माने तो हड्डी रोग विशेषज्ञ की कमी के चलते दिव्यांगता प्रमाण पत्र बनाने में भी परेशानी हो रही है। सीएमओ ऊना की माने तो दो बार हड्डी रोग विशेषज्ञ की तैनाती के आदेश हुए थे लेकिन दोनों ही बार डाक्टर ने ज्वाइन नहीं किया।

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Simpy Khanna