फिर विवादों में ऊना अस्पताल, प्रसव पीड़ा से कराह रही महिला को नहीं किया दाखिल

Thursday, Jan 10, 2019 - 04:31 PM (IST)

ऊना (अमित): अक्सर विवादों से घिरा रहने वाला क्षेत्रीय अस्पताल ऊना एक बार फिर सुर्खियों में आ गया है। इस बार अस्पताल में पिछले चार दिनों से प्रसव पीड़ा से कराह रही महिला को ना ही दाखिल किया गया और ना ही उसे देखने की किसी ने जहमत उठाई। मौके पर पहुंचे विधायक सतपाल रायजादा के हस्तक्षेप के बाद भी पीड़िता को उपचार नहीं मिल सका। अंतत पीड़िता को निजी अस्पताल में ही उपचार लेना पड़ा। अस्पताल में मरीजों को उपचार मिलने पर विधायक रायजादा का गुस्सा 7वें आसमान पर पहुंच गया। काफी देर तक एम.एस. व विधायक के बीच गहमा-गहमी होती रही। 


मामला यह था कि ऊना की एक गर्भवती महिला की डिलीवरी की तारीख 6 जनवरी दी गई थी लेकिन निर्धारित तिथि पर डिलीवरी नही हो पाई। तबीयत बिगड़ने पर जब पीड़ित की अस्पताल लाया गया तो अस्पताल के चिकित्सकों ने उसे उपचार देना भी मुनासिफ नहीं समझा। स्त्री रोग विशेषज्ञ भी ऑपरेशन ड्यूटी पर थे। जबकि दूसरे डॉक्टर कोर्ट गए थे। यहां तक कि पीड़िता को अस्पताल मे भर्ती भी नही किया गया। थक हारकर पीड़िता का पति विधायक के कहने पर उसे निजी अस्पताल लेकर गया।


वहीं कांग्रेस विधायक सतपाल रायजादा ने आरोप लगाया कि एम.एस. अपनी ड्यूटी को सही ढंग से नहीं निभा रहे हैं। बल्कि कमरे में बैठकर हीटर सेंक रहे हैं। विधायक रायजादा ने कहा कि अस्पताल प्रसाशन स्वास्थ्य सुविधाएं देने में नाकाम साबित हुआ है। अगर जल्द ही व्यवस्थाएं न सुधरी तो वह आंदोलन करेंगे। वहीँ विधायक ने पीड़िता के निजी अस्पताल में इलाज के लिए 11 हजार रुपए की सहायता राशि भी अपनी ओर से दी। वहीं एम. एस. डॉक्टर भारत भूषण कटोच ने कहा कि सम्बधित डॉक्टर के पास 5 ऑपरेशन थे जबकि दूसरे कोर्ट गए है। जिस कारण समस्या आई है।





 

Ekta