केंद्रीय बजट में ऊना-हमीरपुर रेललाइन को फिर मिले एक हजार रूपए

Friday, Feb 04, 2022 - 11:20 AM (IST)

बिलासपुर : जब परियोजना पर काम शुरू हुआ थ तो इसका बजट 2850 करोड़ रूपए था। वर्ष 2019 में जब इस परियोजना की डीपीआर बनाई तो यह बजट बढ़कर 5821 करोड़ रूपए हो गया। हम बात कर रहे हैं केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर के ड्रीम प्रोजेक्ट ऊना-हमीरपुर रेललाइन को लेकर। इस परियोजना को लेकर बजट का इंतजार है और केंद्र सरकार इस परियोजना को लेकर कितनी संजीदा है इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा रहा है कि इस बार के बजट में केंद्र सरकार ने इस परियोजना के लिए सिर्फ 1000 रूपए दिए हैं। गत वर्ष भी इस परियोजना को आम बजट में इतनी राशि यानि कि 1000 रूपए ही दिए गए थे। आपको बता दें कि  उत्तर रेलवे ने साल 2017-18 के बजट में इस परियोजना को शामिल किया था। 

वहीं अब रेलवे अधिकारियों की माने तो इस परियोजना को फिलहाल उत्तर रेलवे ने फ्रीज कर दिया है। रेलवे की आवश्यक परियोजनाओं में इस ट्रैक का कहीं जिक्र नहीं है। दूसरी ओर बजट में तरजीह न मिलने से आए दिन कागजों में इस परियोजना की कीमत बढ़ती जा रही है। अनुराग ठाकुर अपने ही संसदीय क्षेत्र और गृह जिला के लिए बिछने वाली इस रेललाइन को सिरे चढ़ाने में नाकाम रहे हैं। ऐसा नहीं है कि सूचना प्रसारण मंत्री ने इस प्रोजेक्ट के लिए प्रयास नहीं किए। रेलवे के सूत्रों के अनुसार अनुराग ने इस परियोजना के लिए रेलवे के साथ बैठक भी की। लेकिन कामयाब नहीं हो सके।  

सामरिक महत्व की बिलासपुर-मनाली-लेह रेललाइन भी अधर में लटकी हुई है। इस परियोजना की डीपीआर को पीएमओ के हस्तक्षेप के बाद उत्तर रेलवे ने दिसंबर माह में केंद्र को सौंप दिया था। इसका आंकलन करीब सौ हजार करोड़ का था। इस परियोजना को लेकर छह जनवरी को समीक्षा बैठक हुई, 12 जनवरी को होने वाली बैठक कोरोना के कारण टल गईऔर डीपीआर की समीणा नहीं हो पाई। अनुमान था कि इस परियोजना को बजट में शामिल किया जाएगा, परंतु इसे बजट में भी स्थान नहीं मिल सका। हालांकि रक्षा मंत्रालय का विशेष प्रोजेक्ट होने के चलते इस पर वित्त वर्ष के बीच फैसला लिया जाना संभव है। लेकिन अभी तक कैबिनेट कमेटी ऑफ इकनॉमिक अफेयर (सीसीईए) से भी इस प्रोजेक्ट को अप्रूवल नहीं मिल पाया है। वहीं इस कमेटी के अप्रूवल के बाद ही इस रेललाइन के लिए बजट का प्रावधान होना है।
 

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prashant sharma