किसान का कमाल: फूलों की खेती से कमा रहा लाखों (Watch Video)

Friday, Oct 18, 2019 - 05:49 PM (IST)

ऊना (अमित) : हिमाचल प्रदेश सरकार की पुष्प क्रांति योजना के अंतर्गत पॉलीहाउस लगाकर जिला ऊना के त्यार निवासी किसान दीनानाथ सालाना लाखों रुपए की कमाई कर रहे हैं। सरकार की योजना का लाभ लेकर 69 वर्षीय दीनानाथ ने वर्ष 2017 में 1000 वर्ग मीटर में लगभग 6000 जरबेरा के पौधे लगाकर फूलों की खेती शुरू की। अब वह सालाना लगभग 2.50 लाख फूल बाजार में बेच रहे हैं। अपने पहले पॉलीहाउस की कामयाबी से गदगद दीनानाथ ने एक हज़ार वर्ग मीटर में दूसरा पॉलीहाउस भी लगा लिया है जिसमें फूलों का उत्पादन भी शुरू हो गया। उन्होंने बताया कि वह जरबेरा फूल बसों के माध्यम से चंडीगढ़ तथा दिल्ली की मंडियों में भेजते हैं।

 दीनानाथ के परिवार को फूलों की खेती से अच्छी आमदनी हासिल हो रही है। यही वजह है कि उनका 34 वर्षीय बेटा हरीश कुमार भी एमबीए करने के बाद फूलों की खेती में रुचि दिखा रहा है। बेटे की इच्छा के अनुसार ही उन्होंने अब दूसरा पॉलीहाउस लगा लिया और वह आगे भी इसका विस्तार करना चाहते हैं। किसान दीनानाथ का कहना है कि पॉलीहाउस लगाने के लिए हिमाचल प्रदेश सरकार की ओर से उन्हें 85 प्रतिशत सब्सिडी प्रदान की गई। साथ ही उद्यान विभाग की ओर से उन्हें समय-समय पर तकनीकी सहायता भी प्रदान की जाती है। 

विभाग के विशेषज्ञ उन्हें दवाओं से लेकर खाद के प्रयोग के बारे में बताते हैं और प्रशिक्षण के साथ-साथ एक्सपोजर विजिट पर भी ले जाया जाता है। फूलों की खेती में इस्तेमाल होने वाले पावर स्प्रेयर की खरीद पर भी उन्हें सब्सिडी मिली है। त्यार निवासी दीनानाथ ने कहा कि पॉलीहाउस तकनीक की मदद से फसलों की उत्पादकता एवं गुणवत्ता बढ़ जाती है। साथ ही तापमान को नियंत्रित कर तथा संरक्षित वातावरण में किसी भी स्थान पर साल भर खेती संभव है और इस तकनीक के माध्यम से बहुत कम क्षेत्र में फसल का बेहतर उत्पादन कर अच्छी कमाई की जा सकती है। ड्रिप के माध्यम से ही पौधों को पानी तथा खाद दी जाती है, जिससे पानी की बचत भी होती है।

उद्यान विभाग के उप-निदेशक डॉ. सुभाष चंद ने कहा कि पुष्प क्रांति योजना के तहत सरकारी मदद प्राप्त करने के लिए उद्यान विभाग के कार्यालय में संपर्क किया जा सकता है। पुष्प क्रांति योजना में उच्च तकनीक वाले पॉलीहाउस लगाने के लिए वित्तीय मदद प्रदान की जाती है। विभाग पॉलीहाउस लगाने में रुचि रखने वाले किसानों को प्रशिक्षण के साथ-साथ हर संभव मदद प्रदान करता है। जिला ऊना में  50 हैक्टेयर भूमि में गुलाब, जरवेरा आदि फूलों की खेती की जा रही है।

Edited By

Simpy Khanna