ए.टी.एम. कार्ड बदलकर लाखों की चपत लगाने वाले अंतर्राज्यीय गिरोह का भंडाफोड़

Wednesday, Feb 07, 2018 - 06:35 PM (IST)

ऊना : ए.टी.एम. से राशि निकालने में मदद करने के नाम पर लोगों को लूटने वाले इंटर स्टेट गिरोह का ऊना पुलिस ने पर्दाफाश किया है। पिछले काफी समय से ऊना, कांगड़ा, मंडी व कुल्लू जिलों में सक्रिय इस गिरोह के सदस्यों ने अब तक कई लोगों को शिकार बनाकर लाखों रुपए की लूट की है। इसका खुलासा पुलिस पूछताछ में हुआ है। आरोपियों ने पालमपुर में ही करीब साढ़े 3 लाख रुपए की लूट की बात को स्वीकार किया है। एस.पी. ऊना दिवाकर शर्मा ने बताया कि 3 आरोपियों में से एक चंडीगढ़, दूसरा यू.पी. और तीसरा उत्तराखंड से संबंधित है। तीनों की आयु 20 से 24 वर्ष है। पुलिस इस बात का पता लगाने में जुटी है कि इस गिरोह का मुख्य सरगना कौन है और अब तक विभिन्न लोगों के ए.टी.एम. कार्ड बदलकर उनके खाते से धोखाधड़ी के जरिए निकाली गई राशि कहां खर्च की गई है। ज्यों-ज्यों पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है त्यों-त्यों धोखाधड़ी से निकाली गई राशि का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है। 

80 से अधिक खातों से उड़ाए लाखों 
एस.पी. के मुताबिक संदीप कुमार (22) निवासी रुड़की, सतीश कुमार (20) निवासी डडुमाजरा चंडीगढ़ तथा कुलदीप कुमार (24) निवासी मुजफ्फरनगर से अभी तक विभिन्न बैंकों के 11 ए.टी.एम. कार्ड बरामद किए गए हैं। इनके कब्जे से एक गाड़ी भी बरामद की गई है। दिवाकर शर्मा ने बताया कि अभी तक आरोपियों ने लगभग 80 से अधिक लोगों के ए.टी.एम. कार्ड बदलकर उनके खाते से लाखों रुपए की राशि निकालने की बात को स्वीकार किया है। एस.पी. ने कहा कि आरोपी अलग-अलग गाडिय़ों में हिमाचल के विभिन्न जिलों में आते थे और वेश बदलकर लोगों को अपना निशाना बनाते थे। ए.टी.एम. पर जाकर लोगों की मदद करने के बहाने उनके ए.टी.एम. कार्ड बदल देते थे। इसके अतिरिक्त आरोपियों ने स्वीकार किया है कि ए.टी.एम. के कैंसल बटन पर फैवीक्विक लगाकर उसे जाम कर देते थे। इन आरोपियों से उनके द्वारा ए.टी.एम. से राशि निकालने के तौर-तरीके भी पुलिस पता करने में जुटी है।

धोखाधड़ी से निकानी राशि को नशे के लिए भी करते थे उपयोग
एस.पी. दिवाकर शर्मा ने कहा कि पकड़े गए तीनों आरोपियों ने सबसे अधिक कांगड़ा जिला के पालमपुर, धर्मशाला व दाड़ी में लोगों को निशाना बनाया है। इसके अतिरिक्त मंडी, जोगिन्द्रनगर, सरकाघाट, कुल्लू, ऊना, अम्ब तथा मैहतपुर सहित कुछ अन्य स्थानों पर भी ए.टी.एम. पर बड़ी लूट को अंजाम दिया है। पुलिस इनके बाकी साथियों की धरपकड़ के साथ-साथ मुख्य किंगपिन तक पहुंचने का भी प्रयास कर रही है। अभी तक हुई जांच में पता चला है कि आरोपी अधिकतर ए.टी.एम. से धोखाधड़ी के जरिए निकाली गई राशि का प्रयोग नशे के लिए भी करते थे। इनके कब्जे से 22 ग्राम चरस भी पुलिस ने बरामद की है। 

जो लोग ए.टी.एम. से पैसे निकालने को मदद मांगते थे उनको बनाते थे निशाना 
 एस.पी. ने बताया कि आरोपियों ने खुलासा किया है कि वे आमतौर पर ऐसे लोगों को अपना शिकार बनाते थे जो ए.टी.एम. पर कार्ड से पैसे की निकासी में मदद चाहते थे। साधारण लोगों को निशाना बनाकर वे बड़ी आसानी से ए.टी.एम. से पैसे निकालकर फरार हो जाते थे। पुलिस ने तीनों आरोपियों के खिलाफ धारा 403, 420 व 34 आई.पी.सी. के अतिरिक्त एन.डी.पी.एस. एक्ट 20-61-85 के तहत केस दर्ज किया है। आरोपियों ने उनके अन्य साथियों के बारे में भी कुछ सुराग मुहैया करवाए हैं। सुनियोजित ढंग से लोगों को धोखाधड़ी का शिकार बनाना इनका मुख्य पेशा था।