मौत के मुहाने पर बैठे प्रवासी, प्रशासन आंखे मूंद कर रहा हादसे का इंतजार

Monday, Jun 18, 2018 - 04:58 PM (IST)

ऊना (अमित): बरसात का मौसम शुरू होने को है और ऐसे में प्रशासन के दावे सिर्फ आपदा प्रबंधन की बैठकों और कागजों में ही सिमटते नजर आ रहे हैं। ऊना की मुख्य नदी मानी जाने वाली स्वां और खड्डों में आज भी सैंकड़ों लोग झुग्गी झोपड़ियां डालकर रह रहे हैं। बरसात में जब ऊना की खड्डों में पानी आता है तो नदी भी पूरे उफान पर होती है और जिलाभर में जमकर कहर बरपाती है, जिससे नदी के भीतर बने प्रवासियों के आशियाने तिनकों की तरह बह जाते हैं। 


मौसम विभाग ने 24 जून से प्री मानसून के आने की आशंका जताई है। ऐसे में प्रशासन के आपदा प्रबंधों के दावों की पोल ऊना की स्वां नदी और खड्डों में खुलती देखी जा सकती है। प्रशासन द्वारा इसके किनारों पर चेतावनी बोर्ड लगाए गए हैं जिसमें से एक बोर्ड तो उलटा ही लगा दिया गया है। ऐसे में आप सहज ही अंदाजा लगा सकते है कि प्रशासन नदी नालों के भीतर रहने वालों की सुरक्षा को लेकर कितना सतर्क है।


स्थानीय लोगों की माने तो बरसातों को देखते हुए प्रशासन को उचित कदम उठाते हुए इन लोगों को सुरखित स्थानों पर भेजना चाहिए। वहीं डीसी ऊना राकेश प्रजापति की मानें तो जिला के सभी एसडीएम को स्वां नदी और खड्डों के किनारों पर चेतावनी बोर्ड लगाने के निर्देश दिए गए हैं। डीसी ऊना ने कहा कि जल्द ही प्रशासनिक अमला नदी और खड्डों के भीतर रहने वालों को सुरक्षित स्थानों पर जाने के भी आदेश देगा। 
 

Ekta