25 वर्ष पहले 2 रुपए प्राइज जीतने वाला आज बना अंतर्राष्ट्रीय धावक

Thursday, Jul 11, 2019 - 11:04 AM (IST)

नाहन : श्री रेणुका जी के गांव माइना में 25 वर्ष पहले जीवन की पहली ग्रामीण दौड़ में अव्वल आकर मात्र 2 रुपए कैश प्राइज जीतने वाला बच्चा आज कड़ी मेहनत के बलबूते अल्ट्रा मैराथन धावक बनकर उभरा है। सुनील शर्मा आज किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं। वह पिछले 25 वर्षों में करीब 50,000 किलोमीटर से ज्यादा दौड़ चुके हैं। उनका अगला निशाना वल्र्ड चैम्पियनशिप है जोकि साल के अंत में फ्रांस में होनी है।

इसके लिए बेंगलुरु में अखिल भारतीय स्तर पर कैम्प का आयोजन हो रहा है। इसमें 205 किलोमीटर दौडऩे वाले धावक को वल्र्ड कप के लिए क्वालीफाई माना जाएगा।पंजाब केसरी से बातचीत में सुनील ने कहा कि करीब 25 साल पहले वह गांव में आयोजित 2 किलोमीटर दौड़ में अपने दादा स्व. हेम चंद शर्मा की प्रेरणा से शामिल हुए थे। दौड़ में वह अव्वल आए और उन्हें 2 रुपए कैश प्राइज मिला। तभी से उन्होंने ठान लिया था कि अगर परिस्थितियों ने साथ दिया तो वह एक दिन देश के लिए अवश्य दौड़ेंगे।

अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहली बार नेपाल में अन्नपूर्णा मैराथन में हिस्सा लिया। फिर ब्राजील में 135 माइल्ज मैराथन में शिरकत की। बाद में यू.एस.ए. में आयोजित डैथवैली बैड बॉर्डर मैराथन में 27वां रैंक झटका और इसी के साथ उन्हें डैथवैली मैराथन में सबसे तेज भारतीय धावक के खिताब से भी नवाजा गया। एशियन चैम्पियनशिप में सिरमौर के इस धावक ने देश के लिए कांस्य पदक झटका।

kirti