प्रशासन की लापरवाही से गिरा दोमंजिला मकान, बड़ा हादसा टला

Friday, Sep 07, 2018 - 03:17 PM (IST)

परवाणु: शहर में प्रशासन की लापरवाही लोगों पर भारी पडऩे लगी है। यहां पर सैक्टर-4 में वीरवार सुबह करीब 10 बजे एक बड़ा हादसा टल गया। जानकारी के अनुसार ऊपर पहाड़ी की ओर मंदिर के साथ ही मंदिर के कार्यों के लिए बनाया गया दोमंजिला मकान धराशायी हो गया। इसका लैंटर नीचे की ओर बनी आवासीय कालोनी के ब्लॉक तक पहुंच गया है। इस हादसे में कोई जानी नुक्सान नहीं हुआ है लेकिन प्रशासन की लापरवाही के चलते 2 ब्लॉक के 9 फ्लैटों के लोगों को बेघर होना पड़ा है।

9 फ्लैट्स करवाए खाली
हादसा होने के बाद सहायक आयुक्त परवाणु एस.पी. जस्वाल, नगर परिषद अध्यक्ष ठाकुर दास व महिला आयोग की अध्यक्ष डा. डेजी ठाकुर मौके पर पहुंचे और स्थिति को देखते हुए तुरंत 9 फ्लैट्स को खाली करने तथा हिमुडा को इनके रहने का इंतजाम करने के आदेश दिए गए। प्रभावित लोग अब आई.एच.एस.डी.पी. के तहत बने फ्लैट में शिफ्ट होंगे। इसके लिए प्रशासन ने आदेश भी जारी किए हैं। मकान के गिरने से वहां से गुजर रहीं पेयजल व सीवरेज लाइनें भी टूट गई हैं। इसके कारण पेयजल संकट के साथ-साथ सीवरेज की समस्या से भी जूझना पड़ सकता है।

पहले किया था आगाह
मंदिर के साथ बने इस मकान के गिरने की संभावना पिछले दिन ही स्थानीय लोगों ने जताई थी। इस बारे में लोगों ने नगर परिषद परवाणु को लिखित में शिकायत की थी लेकिन इसके बावजूद प्रशासन की ओर से इस बारे में कोई कार्रवाई नहीं की गई। बता दें कि पिछले वर्ष सैक्टर-5 में हुए हादसे से भी कोई सबक नहीं लिया है। उस हादसे में भी लोगों ने प्रशासन से बार-बार शिकायत की थी। मंदिर के साथ ही ऊपर बने एक अन्य मकान को भी खतरा हो गया है। इस मकान के ठीक सामने से जमीन धंस रही है और मकान के बरामदे में भी दरारें आ चुकी हैं।

शिकायत करते रहे, कोई नहीं आया
प्रभावित राजीव शर्मा ने कहा कि मकान के गिरने का अंदेशा पहले ही हो गया था और इस बारे में नगर परिषद व सहायक आयुक्त को भी अवगत करवाया था लेकिन इसके बावजूद भी कुछ नहीं हुआ। राहुल वर्मा ने कहा कि इस बारे में हम लगातार शिकायत करते रहे लेकिन कोई भी मौके पर नहीं आया। पहले ही कोई कार्रवाई की होती तो हादसा नहीं होता। कुलदीप शर्मा ने कहा कि पहले भी ऊपर से पत्थर गिरने के कारण दीवारों को हानि पहुंची थी। उस समय लोगों ने प्रशासन से कहा था और तब भी किसी ने बात ही नहीं सुनी।

2 वर्षों से गिर रहा मलबा
मोनिका शर्मा ने कहा कि हादसा होने से अब यहां पर खतरा बढ़ गया है, ऐसे में यहां पर रहना मुश्किल है। मंजू ने कहा कि अब यहां रहने में भी डर लग रहा है। उन्हें कहीं और शिफ्ट होना पड़ेगा। ज्योति मैहरा ने कहा कि 2 वर्षों से यहां पर मलबा गिर रहा है। बार-बार शिकायत करने पर भी कोई कार्रवाई नहीं हुई।

लोगों ने अपने खर्च पर लगाया था डंगा
हतिंद्र मौदगिल का कहना है कि पहले भी डंगा गिरा था, तब हिमुडा से शिकायत की थी। हिमुडा ने अधिकार क्षेत्र का हवाला देकर डंगा लगाने से साफ मना कर दिया था। उसके बाद हमने अपने खर्च पर डंगा लगाया लेकिन फिर से यहां पर जमीन धंसनी शुरू हो गई। इस कारण मेरे बरामदे में भी दरारें आ गई हैं और पूरे मकान को खतरा हो गया है।

Vijay