बंधुआ मजदूरी मामला : काम के बोझ तले दबी जुड़वा बहनें बारी-बारी जाती थीं स्कूल

Sunday, Feb 26, 2017 - 12:32 AM (IST)

पांवटा साहिब: बंधुआ मजदूरी के मामले में की जा रही जांच के बाद पता चला है कि जुड़वा बहनों को बारी-बारी स्कूल भेजा जाता था, यानी जिस छात्रा को घर पर काम में लगाया जाता था, उसके बदले उसकी बहन स्कूल जाती थी और हाजिरी के बाद शाम को वापस आ जाती थी। अगले दिन दूसरी किशोरी को स्कूल भेजा जाता था। उक्त खुलासा एस.पी. सिरमौर सौम्या साम्बाशिवन ने शनिवार को यहां बुलाए पत्रकार सम्मेलन में किया। उन्होंने कहा कि हालांकि यह बात संबंधित स्कूल का रिकार्ड चैक करने के बाद ही पुष्ट होगी लेकिन अभी तक जो तथ्य सामने आए हैं, उसमें ऐसा लग रहा है। 

छात्राओं का कथित उत्पीडऩ करने वाली महिला फरार
एस.पी. सिरमौर ने कहा कि अगर स्कूल की मिलीभगत सामने आती है, तो प्रबंधन पर मामला दर्ज किया जाएगा। एस.पी. ने कहा कि जिस व्यापारी के घर पर ये किशोरियां काम कर रही थीं, उसे पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया गया है जबकि छात्राओं का कथित उत्पीडऩ करने वाली उसकी पत्नी अभी फरार है। एस.पी. ने कहा कि इस मामले में यह भी सामने आया है कि किशोरियों के पिता ने पैसों के लालच में उनको नौकरी करने के लिए पांवटा भेजा था जोकि मानव तस्करी से जुड़ा मामला हो सकता है।  

उमंग फाऊंडेशन की शिकायत पर दर्ज हुआ मामला  
बता दें कि कथित मारपीट के बाद घायल गिरिपार की रहने वाली 2 किशोरियों को उनके परिजनों ने आई.जी.एम.सी. शिमला में भर्ती करवाया था। उमंग फाऊंडेशन की शिकायत पर पांवटा पुलिस ने मामला दर्ज किया है। इस मौके पर थाना प्रभारी अशोक चौहान भी मौजूद रहे।