मॉक ड्रिल के जरिए लोगों को आपदा के प्रति जागरूक करने की कोशिश

Thursday, Feb 08, 2018 - 07:40 PM (IST)

शिमला: हिमाचल प्रदेश प्राकृतिक आपदाओं को लेकर अति संवेदनशील राज्यों की श्रेणी में आता है। यहां हर साल भूकंप, बाढ़ और आग जैसी आपदाओं में जान-माल की बहुत हानि हो जाती है, इन सब से बचने के लिए लोगों को जागरूक होने की आवश्यकता है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए वीरवार को प्रदेश में चौथी मैगा मॉकड्रिल का आयोजन किया गया, जिसमें आपदा से बचने और इसके लिए तैयारियों के बारे में आम जनता से लेकर सरकारी कर्मचारियों को जागरूक किया गया। इस बार का थीम 8 रिक्टर स्केल पर आए भूकंप पर रख गया और इसका एपी सैंटर सुंदरनगर रखा गया था। 

सचिवालय में बनाया गया था कंट्रोल रूम
सचिवालय में एक कंट्रोल रूम बनाया गया था और जैसे ही भूकंप आया तो उसके बाद कर्मचारियों को राहत और बचाव कार्यों को किस तरह से अंजाम देने हैं और सरकारी मदद किस तरह मुहैया करवाई जानी है, इन सब पर बारीकी से गौर किया गया और वर्चुअली दिखाने का प्रयास किया गया। आपदा को लेकर जहां रिस्पॉन्स टीम को इसकी बारीकियों से रू-ब-रू करवाया गया तो साथ ही इस आपदा के दौरान व्यवहार का तरीका, लोगों को बचाने और घायलों की मदद तथा रास्तों व कम्युनिकेशन को कैसे इस्तेमाल किया जाए आदि विषयों पर बारीकी से जानकारी देने के लिए प्रैक्टीकल करके दिखाया गया। 

रैगुलर फीचर बनाने की दिशा में किया जा रहा प्रयास
राजस्व और आपदा प्रबंधन के प्रधान सचिव ओंकार शर्मा ने मीडिया से बातचीत के दौरान दावा किया कि इस तरह की आपदा को लेकर जागरूकता की दृष्टि से इस तरह की ड्रिल रिस्पॉन्स टीम को जागरूक करने से लेकर आम जनता को इसके प्रति संवेधनशील बनाने में भी मददगार साबित होगा। इस ड्रिल में कई तरह की कमियों को भी इंगित किया गया और इनमें सुधार किया जाएगा। इसे एक रैगुलर फीचर बनाने की दिशा में सरकार प्रयास कर रही है ताकि इसे आम जीवन का हिस्सा बनाया जा सके।