ट्रिपल तलाक से ‘आजादी’ पर मुस्लिम महिलाएं खुश, हिमाचल ने सराहा फैसला

Wednesday, Aug 23, 2017 - 12:53 PM (IST)

चंबा: सर्वोच्च न्यायालय की ओर से 'तीन तलाक' पर दिए गए फैसले की हिमाचल में मुस्लिम समुदाय ने सराहना की है। चंबा में हालांकि इस मुद्दे पर मुस्लिम समुदाय के लोग खुलकर सामने नहीं आए लेकिन उन्होंने फैसले की सराहना की। वहीं मुस्लिम समुदाय के संगठनों का कहना है कि तीन तलाक को इस्लामिक कानून में भी अच्छा नहीं बताया गया है। अब तीन तलाक खत्म होने से महिलाओं को भी राहत मिलेगी। उनका भविष्य भी सुरक्षित हो सकेगा। उन्हें तलाक के नाम पर शौहरों की प्रताड़ना का शिकार नहीं होना पड़ेगा। उम्मीद है कि इसके लिए कानून बगैर किसी दबाव के बना लिया जाएगा। 


कोर्ट का 'तीन तलाक' पर फैसला सही
डिस्ट्रिक्ट अंजुमन इस्लामिया जिला चंबा के अध्यक्ष दिलदार अली शाह ने कहा कि देश का कानून सर्वोच्च है। कोर्ट का ट्रिपल तलाक पर फैसला सही है। इस्लाम तोड़ना नहीं, जोड़ना सिखाता है। इस्लामिक कानून के अनुसार 3 महीने में एक-एक कर तलाक देने का रास्ता अपनाना चाहिए। एक महीने में तलाक देने से पति-पत्नी को इस पर सोचने के लिए समय मिल जाता है। अगर दोनों साथ रहने के लिए तैयार नहीं होते हैं तो दूसरे महीने दूसरा तलाक देना चाहिए। फिर अगर उनमें समझौता हो जाता है तो एक मौलवी को बुलाकर दोनों का फिर से निकाह करवाया जाता है। वहीं, दूसरे महीने भी दोनों में बात न बनने पर तीसरे महीने में अंतिम तलाक दिया जाता है।