टिप्पर-बाइक में जबरदस्त टक्कर, युवक को मिली दर्दनाक मौत

Wednesday, Sep 06, 2017 - 02:07 AM (IST)

पाहड़ा: भवारना-खैरा-जयसिंहपुर सड़क पर खैरा अस्पताल के पास टिप्पर और बाइक की जबरदस्त टक्कर हो गई। इस हादसे में बाइक सवार युवक की मौत हो गई। मृतक की पहचान सन्नी (22) पुत्र पूर्ण चंद निवासी खैरा निवासी के रूप में हुई है। जानकारी के अनुसार उक्त युवक घर से बाइक में निकला ही था कि 50 मीटर दूरी पर पालमपुर से आ रहे टिप्पर से टकरा गया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार टक्कर इतनी जोरदार थी कि टिप्पर का गार्ड ही बैंड हो गया। दुर्घटना होते ही स्थानीय लोगों ने युवक को अस्पताल पहुंचाया। अस्पताल में तैनात डैंटल डाक्टर व अस्पताल के स्टाफ  द्वारा प्रारंभिक उपचार दिया गया परंतु युवक की स्थिति ठीक न होने के चलते परिजन उसे पालमपुर अस्पताल ले गए लेकिन उसने बीच रास्ते में ही दम तोड़ दिया। पालमपुर सिविल अस्पताल पहुंचने पर डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मौके पर आए भवारना पुलिस थाना प्रभारी के अनुसार प्रारंभिक रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है व टिप्पर के ड्राइवर ने 25 मीटर पीछे से ही ब्रेक लगाना शुरू किया था और टिप्पर सड़क से बाहर निकालने पर सड़क से बाहर खड़ी कार से भी टकरा गया परंतु बाइक सवार नहीं बच सका। 

लोगों ने तहसीलदार की गाड़ी का किया घेराव
पोस्टमार्टम के बाद जब युवक का शव खैरा पहुंचा तो स्थानीय लोगों ने धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया। लोगों ने प्रशासन से मांग की कि उन्हें आश्वस्त किया जाए कि अस्पताल में कल से डाक्टर उपलब्ध हो क्योंकि यह चंगर इलाके का एकमात्र अस्पताल है जिससे लगभग 25 पंचायतों को सेवाएं मिलती हैं। प्रधान ग्राम पंचायत बाहे दा पट्ट के अनुसार विधायक यादविंद्र गोमा से इस संदर्भ में बात हुई तो उन्होंने कहा कि 15 दिन के अंदर डाक्टर मिल जाएगा। इस बारे में बी.एम.ओ. भवारना ने कहा कि वह इस बारे में कुछ नहीं कर सकती हैं। जब लोगों द्वारा एस.डी.एम. पालमपुर से मौके पर आकर तसल्ली देने की बात कही गई तो उन्होंने कहा कि तहसीलदार पालमपुर को खैरा जाने के लिए कहा गया है लेकिन जब प्रशासन का कोई भी अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा तो लोग एम्बुलैंस से शव न उतारने के लिए अड़े गए और सड़क जाम कर दी तथा अस्पताल में ताला लगाने के लिए तैयार हो गए। लगभग 7 बजे जब तहसीलदार मौके पर पहुंचे तो लोगों ने स्वास्थ्य विभाग के विरुद्ध नारे लगाते हुए उनकी गाड़ी को घेर लिया। अंत में जब उन्होंने सुबह से डाक्टर नियुक्त करने का भरोसा दिया तब जाकर लोग शांत हुए।