पेड़ कटान मामला : पुलिस ने वन विभाग के अधिकारियों-कर्मचारियों से की पूछताछ

Thursday, Feb 01, 2018 - 12:07 AM (IST)

शिमला: कोटी वन रेंज में हुए पेड़ कटान मामले में पुलिस हरकत में आ गई है। बुधवार को डी.एस.पी. दिनेश शर्मा की अगुवाई में पुलिस ने वन विभाग के अधिकारी व कर्मचारी से पूछताछ की। सुबह से ही ढली थाने में काफी घंटे तक पुलिस की पूछताछ चली और पुलिस ने काफी पुख्ता सबूत जुटाए। पुलिस ने वन विभाग के डी.एफ.ओ. अमित शर्मा, ए.सी.एफ . ओ.पी. चंदेल, कोटी रेंज में तैनात रेंज आफिसर अनु ठाकुर, बी.ओ. विक्की चौहान, मौजूदा समय में कार्यरत वन रक्षक पवन और सेवानिवृत्त वनरक्षक हरि सिंह से पूछताछ की। वहीं पुलिस ने पेड़ काटने वाले आरोपी भूप राम को भी फिर से ढली थाने बुलाया था। इससे भी पुलिस ने गंभीरता से पूछताछ की। 

अधिकारियों-कर्मचारियों से अलग-अलग हुई पूछताछ 
ढली थाने में अधिकारियों और कर्मचारियों से अलग-अलग पूछताछ की गई है। पूछताछ के दौरान पुलिस ने अधिकारियों से सवाल किए कि आखिर इतने लंबे समय से कोटी में वन कटान हो रहा था, उनको इसका पता क्यों नहीं चला। मिली जानकारी के मुताबिक अधिकारियों ने वन कटान की पहले से जानकारी होने से साफ  इंकार किया और कहा कि कटान का पता चलने पर ही इसकी शिकायत पुलिस को उनकी ओर से ही दी गई थी। वहीं इस कटान की सारी लकडिय़ां बरामद की गई हैं। पुलिस ने सभी अधिकारियों के बयान लिए हैं। पुलिस इस सबूत को जुटाने में लगी है कि पेड़ कटान की जानकारी अधिकारियों को काफी समय पहले से थी या नहीं। फिलहाल पुलिस ने कार्रवाई को तेज कर दिया है। अब पुलिस इस जांच में जुट गई है कि आखिर पेड़ की लकड़ी किसे सप्लाई की गई है। 

कोटी वन रेंज में काटे गए थे 416 पेड़ 
उल्लेखनीय है कि कोटी वन रेंज में देवदार, चीड़ और बान समेत कई प्रजातियों के 416 पेड़ काटे गए थे और यह कार्य पिछले लंबे समय से चल रहा था। पिछले दिनों यह मामला उजागर होने पर वन विभाग ने इस संबंध में पुलिस में रिपोर्ट दर्ज की। बाद में पुलिस ने पेड़ काटने के आरोपी भूप राम को गिरफ्तार किया था और वह अभी जमानत पर है। उधर, भूप राम का दावा था कि यह जमीन उनकी है और उन्होंने यहां माइनिंग की इजाजत ले रखी है, लेकिन पुलिस की जांच में ऐसा कुछ भी नहीं आया। पुलिस ने शिमला वन मंडल के सी.सी.एफ . को भी पूछताछ के लिए तलब किया था लेकिन वह स्टेशन से बाहर होने के कारण इस पूछताछ में शामिल नहीं हो पाए, ऐसे में अब उन्हें भी पुलिस जल्द पूछताछ के लिए तलब करेगी। वहीं पुलिस आगे भी अधिकारियों को जांच के लिए तलब कर सकती है। 

वन रक्षक की हो सकती है संलिप्तता
वन विभाग के डी.एफ .ओ. अमित शर्मा ने कहा कि जब भी कोई वन कटान का मामला आता है तो पूछताछ की जाती है। उनका कहना था कि जो सवाल पुलिस ने पूछे, उनके जवाब दिए गए। उन्होंने कहा कि वन के साथ लगती निजी भूमि के कारण कई बार पता नहीं लगता कि जमीन सरकारी है या निजी है। अमित का यह भी कहना था कि कोटी रेंज में हुए अवैध कटान को लेकर वन विभाग ने खुद पुलिस में शिकायत की है। इसमें सारी लकड़ी बरामद की गई है। हो सकता है कि वन रक्षक की इसमें संलिप्तता रही हो। इसकी जांच हो रही है और रिटायर्ड वन रक्षक को चार्जशीट किया गया है।