स्वास्थ्य मंत्री के गृह जिला का हाल, अस्पताल में अब सीढ़ियों पर हो रहा मरीजों का उपचार

Saturday, Dec 16, 2017 - 01:43 AM (IST)

मंडी: स्वास्थ्य मंत्री कौल सिंह ठाकुर के गृह जिला मंडी के अस्पताल का गायनी वार्ड 3 जिलों की गर्भवती महिलाओं के आने से खचाखच भर गया है। कल तक गैलरी में फर्श पर इलाज हो रहा था और अब अस्पताल की सीढिय़ों तक गर्भवती महिलाओं व डिलीवरी हो चुकी महिलाओं की कतार पहुंच गई है और यहीं उनका उपचार हो रहा है। शुक्रवार को भी इलाज के लिए भीड़ जमा रही और इतने दबाव के बावजूद यहां तैनात चिकित्सकों ने बेहतर सेवाएं दीं। हालांकि अस्पताल प्रशासन द्वारा मरीजों की सुविधा के लिए वहां पर अतिरिक्त बैड का प्रबंध किया गया है, लेकिन बावजूद इसके यहां पर मरीजों की संख्या में कोई कमी नहीं आई है। 

2140 में से 200 मरीज गायनी के ही पहुंच गए
मैडीकल कालेज से जोनल अस्पताल को अटैच करने के बाद यहां पर ओ.पी.डी. में इजाफा हुआ है। जहां पहले अस्पताल में 1 हजार व 1500 के बीच ओ.पी.डी. होती थी वहीं अब अस्पताल में शुक्रवार को 2140 ओ.पी.डी. दर्ज हुई, जिसमें गायनी में लगभग 200 मरीज पहुंचे। इस ओ.पी.डी. में तीनों जिलों के रोगी मौजूद थे।

कुल्लू में गायनोक्लॉजिस्ट न होने से आ रही दिक्कत
जोनल अस्पताल कुल्लू, बिलासपुर व सुंदरनगर अस्पताल से रैफर मरीज भी मंडी अस्पताल पहुंच रहे हैं, जिस कारण यहां पर मरीजों की भीड़ लगी रहती है। बता दें कि कुल्लू जिला अस्पताल मात्र रैफरल अस्पताल बनकर रह गया है। कुल्लू से आए मरीजों ने कहा कि एक तरफ जहां 108 एम्बुलैंस में कार्यरत कर्मी एम्बुलैंस में डिलीवरी करवा रहे हैं वहीं अस्पताल में डिलीवरी करवाने वाला कोई नहीं मिलता, जिस कारण कुल्लू अस्पताल से गर्भवती महिलाओं को मंडी अस्पताल रैफर कर दिया जाता है। लोगों का कहना है कि सरकार को चाहिए कि कुल्लू अस्पताल में गायनी में चिकित्सक तैनात करे, ताकि वहां पर मरीजों को सुविधा मिल सके। इसके साथ ही सुंदरनगर व बिलासपुर से भी भारी संख्या में जोनल अस्पताल में गर्भवती महिलाएं आ रही हैं।   

वीरवार शाम को हुए लगभग 15 ऑप्रेशन
वीरवार शाम को कुल्लू से आए हुए 7 मरीजों के सिजेरियन किए गए वहीं मंडी जिला के भी लगभग 8 के सिजेरियन किए गए। इसके लिए अस्पताल प्रशासन को रात को भी ऑप्रेशन के लिए चिकित्सकों को बुलाना पड़ रहा है, ताकि यहां अस्पताल में मरीजों को उचित सुविधा मिल सके।