पठानकोट-जोगिंद्रनगर रेल ट्रैक पर स्टीम इंजन के साथ दौड़ेंगे पारदर्शी कोच

Saturday, Dec 29, 2018 - 11:35 PM (IST)

पालमपुर (भृगु): आगामी वर्ष से पठानकोट-जोगिंद्रनगर रेलमार्ग पर विस्टाडोम यानी कि पारदर्शी रेल कोच दौडऩे लगेंगे। पर्यटन के दृष्टिगत पठानकोट-जोगिंद्रनगर रेलमार्ग पर विस्टाडोम चलाई जाएंगी। इस हेतु रेलवे ने तैयारियां आरंभ कर दी हैं। पठानकोट-जोगिंद्रनगर रेलमार्ग पर रिलीजियस टूरिज्म तथा साइट सीन के अंतर्गत यह पारदर्शी कोच चलाए जाने की प्रस्तावना है। स्टीम इंजन के माध्यम से ये कोच इस रेलमार्ग का हिस्सा बनेंगे। पर्यटकों को लुभाने के लिए रेलवे ने पहले ही इस ट्रैक पर स्टीम इंजन चलाने की पहल की है अब इसमें विस्टाडोम कोच भी जोड़े जाएंगे।

वर्ष 2019 में शुरू होगी कवायद

बताया जा रहा है कि वर्ष 2019 में यह कवायद आरंभ कर दी जाएगी। रेलवे का मानना है कि इस ट्रैक पर स्टीम इंजन को सफल बनाने के लिए टूरिस्ट सर्किट को डिवैल्प करना होगा इस हेतु टूअर ऑप्रेटर का सहयोग भी लिया जाएगा। वर्तमान में टूअर आप्रेटर टैक्सी सर्विस का उपयोग टूरिस्ट को रिलीजियस टूअर तथा साइट सीन के लिए लाने ले जाने के लिए करते हैं परंतु अब रेलवे कोच का माध्यम बनाए जाने का प्रयास किया जाएगा।

सुपर फास्ट रेल चलाने में अवैध क्रॉसिंग बाधा

सुपर फास्ट रेल चलाने में अवैध लेवल क्रॉसिंग एक बड़ी बाधा बन रही है। इस टै्रक पर रेलवे के 40 लेवल क्रॉसिंग हैं जबकि इससे कहीं अधिक अवैध लेवल क्रॉसिंग भी हैं, ऐसे में जब तक इन अवैध लेवल क्रॉसिंग पर अंकुश नहीं लगता है तब तक सुपरफास्ट टे्रन दौड़ाना जोखिम भरा हो सकता है। यद्यपि सुपरफास्ट ट्रेन को लेकर ट्रायल रन किए गए हैं परंतु इन अवैध क्रॉसिंग लेवल में दुर्घटनाओं का अंदेशा बना रहेगा इसे लेकर भी रेलवे होमवर्क कर रहा है।

रेलवे क्रॉसिंग को लेकर भी जनता का सहयोग आवश्यक

रेलवे के स्टोक सदस्य राजेश अग्रवाल ने बताया कि कांगड़ा घाटी के महत्वपूर्ण धार्मिक व पर्यटन स्थलों में सुविधा प्रदान करने का प्रयास रेलवे कर रहा है। सुपरफास्ट टे्रन को लेकर भी ट्रायल किए जा रहे हैं। अवैध रेलवे क्रॉसिंग को लेकर भी जनता का सहयोग आवश्यक है ताकि सुरक्षित सुपर फास्ट ट्रेन चलाना सुनिश्चित बनाया जा सके। इस रेलमार्ग पर पारदर्शी कोच चलाने के भी प्रयास आरंभ किए गए हैं तथा वर्ष 2019 तक यह सुविधा आरंभ किए जाने की प्रस्तावना है।

Vijay