रोहतांग में भयंकर ट्रैफिक जाम, 20 घंटों में तय हो रहा 3 घंटे का सफर

Thursday, Jun 06, 2019 - 11:30 PM (IST)

कुल्लू: करीब 100 किलोमीटर के सफर को महज दो या तीन घंटों में छोटे वाहन तय कर सकते हैं। जब इस सफर को तय करने में 20 घंटे लग जाएं तो हर किसी का माथा तो ठनकेगा ही। मनाली से रोहतांग तक के दायरे में भी इन दिनों ऐसा ही हो रहा है। मनाली से रोहतांग के लिए सुबह 4 बजे वाहनों को भेजा जा रहा है लेकिन ये वाहन आधी रात को 12 बजे तक भी वापस नहीं लौट रहे हैं। भयंकर ट्रैफिक जाम में फंसकर ये वाहन कछुआ गति से आगे बढ़ रहे हैं। बीते रोज भी सुबह 4 बजे मनाली से कई गाड़ियां रात को 12 बजे वापस लौट सकीं। हैरान करने वाला मसला यह भी है कि रोहतांग के लिए नैशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के आदेशानुसार प्रतिदिन सिर्फ 1200 गाडिय़ां ही जा सकती हैं। रोहतांग में 1200 से कई गुणा अधिक गाड़ियां पहुंच रही हैं।

रोहतांग पर हजारों गाड़ियां रुकी होने से हर कोई सोचने पर विवश

परमिट सिर्फ 1200 गाड़ियों के निकलते हैं लेकिन रोहतांग पर हजारों गाड़ियां रुकी होने से हर कोई सोचने पर विवश हो रहा है। लोगों में यह भी चर्चा है कि नैशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने रोहतांग को प्रतिदिन 1200 गाड़ियां भेजने के लिए परमिट जारी करने के आदेश तो दिए लेकिन क्या इन आदेशों की सही तरीके से अनुपालना हो रही है या नहीं इसकी खोज-खबर नहीं ली जा रही है। लोग कह रहे हैं कि अधिकारियों की जिस फौज पर नजर रखने का जिम्मा है वह फौज सही तरीके से कार्य न करते हुए मौज में है, ऐसे में रोहतांग के लिए गाड़ियां भेजे जाने की प्रक्रिया में गड़बड़ी की आशंका है।

लोग बोले-कुछ तो गड़बड़ है

मनाली के लोगों में हरीश कुमार, विपिन ठाकुर, रोहित ठाकुर, ईशान, वरुण शर्मा, राजेंद्र शर्मा, खूब राम, हीरा लाल ठाकुर, थरी लाल, हेम राज, कुल्लू के सुरेंद्र शर्मा, गोपाल, मोहर सिंह, अजय कुमार, सुरेश कुमार आदि ने कहा कि रोहतांग के लिए भले ही 1200 वाहनों को भेजे जाने का प्रावधान है लेकिन पिछले दरवाजे के जरिए रोहतांग के लिए हजारों वाहन भेजे जा रहे हैं। इस प्रकार से चांदी कूटी जा रही है। उन्होंने कहा कि इस वजह से रोहतांग में प्रदूषण बढ़ रहा है और नैशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के आदेशों की भी धज्जियां उड़ रही हैं।

1200 गाड़ियां ही जा रहीं रोहतांग : एस.डी.एम.

एस.डी.एम. मनाली अश्वनी कुमार ने बताया कि रोहतांग के लिए 1200 गाड़ियां ही जा रही हैं। इनमें 800 गाड़ियां पैट्रोल और 400 गाडिय़ां डीजल इंजन की शामिल रहती हैं। इनके अलावा कुछ गाड़ियों में पर्यटन कारोबारियों का सामान आदि जाता है व पर्यटन कारोबारी खुद भी इन गाडिय़ों में जाते हैं। इन गाडिय़ों की संख्या 150 के करीब रहती है। रोहतांग से आगे लाहौल-स्पीति व अन्य क्षेत्रों को जाने वाले वाहन अलग से रहते हैं।

Vijay