व्यापारियों ने निकाली केंद्र सरकार की शव यात्रा, जानिए क्यों

Wednesday, Jun 28, 2017 - 01:27 AM (IST)

ऊना: जी.एस.टी. के प्रावधानों में खामियों को लेकर जिला मुख्यालय पर केंद्र सरकार के विरोध में प्रदर्शन किया गया। नारेबाजी के बीच शव यात्रा निकालते हुए केंद्र सरकार का पुतला भी फूंका। राज्य शिकायत निवारण समिति के सदस्य एवं के.सी.सी. बैंक के निदेशक राजीव गौतम ने जी.एस.टी. की वर्तमान प्रावधानों के खिलाफ जिला मुख्यालय में व्यापारियों को साथ लेकर केंद्र सरकार की शव यात्रा निकाली और बाद में मिनी सचिवालय के सामने केंद्र सरकार के पुतले को आग के हवाले कर विरोध-प्रदर्शन किया गया। 

वर्तमान प्रावधानों व शर्तों के कारण हो रहा विरोध
इस अवसर पर राजीव गौतम ने कहा कि जी.एस.टी. के वर्तमान प्रावधानों व शर्तों के कारण विरोध किया जा रहा है। मौजूदा प्रावधानों के मुताबिक व्यापारियों को महीने में 3 बार रिटर्न भरने पड़ेंगे, रिटर्न भरने में देरी पर सजा का प्रावधान होने, जी.एस.टी. की दरों का 28 फीसदी तक अधिक होना, व्यापारियों के बीच व्याप्त भय का निराकरण न होना शामिल हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र की सरकार सोई हुई है और उसको जगाने के लिए सबको सड़कों पर उतरना पड़ रहा है। 

केंद्र सरकार ने घातक बनाया जी.एस.टी.
उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार ने पूर्व की यू.पी.ए. सरकार के जी.एस.टी. में फेरबदल करके इसको घातक बना दिया गया है जिससे व्यापारियों सहित आम लोगों को नुक्सान होगा। इस मौके पर योगराज खड़वाल, रविंद्र शर्मा, राकेश वशिष्ट, हरपाल सिंह, विजय डोगरा, खैराती लाल, गुरचरण सिंह, अश्विनी धीमान, अच्छर पाल, रानी सेठ, राम सिंह, बलबीर सेठ, निर्मल सिंह, कमलदीन, रविंद्र सिंह, अशोक सैनी व मदन मोहन लाल आदि शामिल रहे।