ये है 10वीं कक्षा की टॉपर, डॉक्टर बनकर करना चाहती है देशसेवा

Tuesday, Jun 09, 2020 - 09:48 PM (IST)

कांगड़ा (ब्यूरो): मंगलवार को हिमाचल प्रदेश शिक्षा बोर्ड द्वारा घोषित 10वीं कक्षा के परीक्षा परिणाम में ईशान पब्लिक स्कूल समलोटी हार की तनु पुत्री तिलक राज ने 700 में से 691 अंक लेकर प्रदेशभर में प्रथम स्थान प्राप्त किया। एक साधारण परिवार से संबंध रखने वाली तनु का सपना आगे चलकर मेडिकल की पढ़ाई करके डॉक्टर बनकर देश सेवा करने का है। तनु ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता व गुरुजनों को दिया है। तनु बताती है कि वह 6 से 8 घंटे पढ़ाई करके इस मुकाम पर पहुंची है।

शगुन का सपना कम्प्यूटर इंजीनियर बनना

हिमाचल प्रदेश शिक्षा बोर्ड द्वारा घोषित 10वीं कक्षा के परीक्षा परिणाम में ईशान पब्लिक स्कूल समलोटी हार की छात्रा शगुन राणा पुत्री उत्तम चंद ने 700 में से 689 अंक प्राप्त कर प्रदेश में तीसरा स्थान प्राप्त किया है। शगुन नॉन मैडीकल की पढ़ाई करके कम्प्यूटर इंजीनियर बनना चाहती है। शगुन ने अपनी कामयाबी का श्रेय अपने माता-पिता व गुरुजनों को दिया है।

इंजीनियर बनकर क्षेत्र का नाम रोशन करूंगा : प्रियांश

शिक्षा खंड लम्बागांव के अंतर्गत एसडी पब्लिक स्कूल हारसी के छात्र प्रियांश महाजन पुत्र परिवेश महाजन ने दसवीं कक्षा की मैरिट सूची में 98 प्रतिशत अंक हासिल करके क्षेत्र को गौरवान्वित किया है। प्रियांश अपनी सफलता का श्रेय अपने दादा-दादी व माता-पिता को देकर इंजीनियर बनकर परिवार व क्षेत्र का नाम रोशन करना चाहते हैं।

सेना में अधिकारी बनकर देश की सेवा करना अंश का सपना

न्यू ऐरा स्कूल ऑफ साइंसिज छतड़ी का छात्र अंश 10वीं कक्षा में 5वें स्थान पर रहा है। अंश पुत्र धर्म सिंह निवासी भरमौर ने बताया कि वह जमा 2 के बाद एनडीए द्वारा सेना में अधिकारी बनकर देश की सेवा करना चाहता है। अंश के पिता चड़ी के पास एक स्कूल में अध्यापक हैं और वह छतड़ी में क्वार्टर लेकर रहते हैं। अंश ने कहा कि वह इस मुकाम तक अपने गुरुजनों व माता-पिता के आशीर्वाद से पहुंचा है। इस मौके पर प्राचार्य सुषमा गुलेरिया ने मिठाई खिलाकर बधाई दी।

आईएएस बनकर समाज की सेवा करना चाहती है वंशिका

प्रदेश शिक्षा बोर्ड द्वारा घोषित 10वीं के परीक्षा परिणामों में प्रदेश भर में 5वें स्थान पर रही ज्वालामुखी के खुंडिया तहसील के अमर शांति मॉडल पब्लिक स्कूल की वंशिका चौधरी बड़ी होकर भारतीय प्रशासनिक सेवाओं में जाकर देश की सेवा करना चाहती है। वंशिका चौधरी ने बताया कि उसका उद्देश्य आईएएस बनकर देश की सेवा करना है। वंशिका अपनी सफलता का सारा श्रेय अपने माता पिता व गुरुजनों को देती है। वंशिका ने बताया कि किसी भी उद्देश्य को प्राप्त करने के लिए अनुशासन और एकाग्रता की जरूरत होती है। जरूरी नहीं कि परीक्षा में बेहतर परिणामों के लिए 15 या 18 घंटे पढ़ा जाए।

बैंक मैनेजर बनाना चाहती है आकृति

उपमंडल फतेहपुर के लिटल एंजल्स मॉडल हाई स्कूल लोहारा की बेटी आकृति शर्मा ने बोर्ड की मैरिट लिस्ट में टॉप-10 में स्थान हासिल कर अपने स्कूल तथा अपने इलाके का नाम रोशन किया है। गांव बटाहड़ी से संबंध रखने वाली आकृति शर्मा ने बताया कि वे भविष्य में बैंक मैनेजर के रूप में सेवाएं देना चाहती है उसने अपनी इस उपलब्धि का श्रेय अपने माता-पिता, दादा-दादी व अध्यापकों को दिया है। उनका मानना है कि कठिन परिश्रम ही सफलता को हासिल करने का एक तरीका है।

डॉक्टर बनना चाहती बैजनाथ की शिविका

भारती विद्यापीठ स्कूल बैजनाथ की छात्रा हिमाचल प्रदेश शिक्षा बोर्ड परीक्षा में प्रदेशभर में 9वें स्थान पर रहने वाली शिविका भारद्वाज ने बताया कि उन्होंने इस परीक्षा के लिए 4 से 5 घंटे कठिन परिश्रम कर यह मुकाम हासिल किया है। उन्होंने बताया कि वह उपमंडल के अवैरी गांव की रहने वाली है उनके पिता उमेश चंद भारद्वाज दुकानदार हैं तथा माता रंजू भारद्वाज गृहिणी हैं। शिविका डॉक्टर बनना चाहती है उसने अपनी सफलता का श्रेय अपने गुरुजनों तथा माता-पिता को दिया है।

कम्प्यूटर इंजीनियर बनना चाहता सुरजीत

हिमाचल प्रदेश शिक्षा बोर्ड के दसवीं के परीक्षा परिणाम में विवेकानंद पब्लिक स्कूल दरंग का सुरजीत पुत्र हरि लाल 700 में से 682 अंक लेकर प्रदेश में 10वें स्थान पर रहा। सुरजीत नॉन मैडीकल की पढ़ाई करके कम्प्यूटर इंजीनियर बनना चाहता है। सुरजीत ने अपनी कामयाबी का श्रेय अपने अध्यापकों व माता-पिता को दिया है। सुरजीत के पिता मूल रूप से बिहार के रहने वाले हैं तथा करीब 15 वर्षों से दरंग में रह कर टेलर मास्टर का कार्य कर रहे हैं।

Vijay