बर्फबारी में भी कम नहीं हुआ जोश, 15 कि.मी. पैदल चलकर घर ले आया दुल्हन

Thursday, Dec 14, 2017 - 09:07 PM (IST)

बालीचौकी: जिला के ऊपरी क्षेत्रों में हुई बर्फबारी व निचले क्षेत्र में बारिश से जहां लोग शीतलहर की चपेट में हैं, वहीं सराज घाटी की थाटा पंचायत का एक दूल्हा बर्फबारी में 15 किलोमीटर का सफर तय कर बारात लेकर अपनी दुल्हन को लेने पहुंच गया। जानकारी के अनुसार बारात में करीब 100 बाराती शामिल थे जिन्होंने हिम्मत न हारते हुए बर्फ  में स्पेहणी धार व शैटाधार की चोटियों को शून्य तापमान में आर-पार किया जिसकी पूरी घाटी में चर्चा है और लोग इस शादी को ऐतिहासिक करार दे रहे हैं। 

बुधवार देर शाम का था शादी का मुहूर्त
सराज घाटी की थाटा पंचायत के गांव कटवाणु से संबंध रखने वाले दूल्हे तिलक राज की शादी का मुहूर्त बुधवार देर शाम का था और मुहूर्त के समय को यथावत रखने के लिए परिजनों ने मुहूर्त का समय न बदलकर इसी शुभ मुहूर्त में शादी करने का दमखम दिखाया। दूल्हे ने बारात संग भारी बर्फबारी में 15 किलोमीटर पैदल चलकर च्यूणी पंंचायत के जुंगादी गांव में पहुंचकर शादी का लग्न पाकर दुल्हन लीलावती से शादी रचाई और वीरवार सुबह बाराती दूल्हे और दुल्हन को लेकर कटवाणु गांव वापस पहुंचे।

क्या कहते हैं बुजुर्ग
गांव के बुजुर्ग परस राम (80) व 70 वर्षीय जोगिंद्र सिंह ने कहा कि यदि शादी का समय तय कर लिया हो और इस समय परिवार में अगर किसी व्यक्ति की मौत भी हो जाए तो भी शादी के मुहुर्त को पूरा किया जाता है। जो व्यक्ति इस प्रकार की शादी के दौर से गुजरता है उसकी शादीशुदा जिंदगी बहुत ही सुखी रहती है। यदि कारणवश दूल्हा शादी को टाल देता है तो पहाड़ी संस्कृति व हिंदू रिवाज के अनुसार उसे सामाजिक तौर पर दोषी माना जाता है और सामाजिक तौर इस पर दंड व जुर्माने का भी प्रावधान है। परिजन ललित कुमार ने कहा कि बहुत ही कम शादियां ऐसी होती हैं, जिनमें शामिल होने का सौभाग्य मिलता है।