4 रुपए किलो बिक रहा टमाटर, किसानों को नहीं मिल रहा मेहनत का फल (Video)

Wednesday, Jun 27, 2018 - 04:50 PM (IST)

सुंदरनगर (नितेश)- टमाटर उगाने वाला किसान परेशान है क्योंकि उसे उसकी मेहनत का फल नहीं मिल रहा। टमाटर की खेती के लिए मशहूर बल्ह घाटी में किसानों का टमाटर महज 4 रुपए प्रति किलो के हिसाब से बिक रहा है। इस बार बल्ह में टमाटर की पैदावार चार गुणा होने के साथ 900 हेक्टेयर भूमि पर की गई है। जोकि पिछले वर्ष के मुकाबले 200 हेक्टेयर ज्यादा है। घाटी में नगदी फसलों की पैदावार सैकड़ों परिवारों की रोजी रोटी का साधन है जहां गत वर्ष एक क्रेट के 800 से 900 रुपए दाम मिला था। वहीं इस वर्ष 25 किलो का क्रेट 100 रुपए में बिक रहा है। फसल के उचित दाम न मिलने से किसानों को झटका लगा है। यह भी बताया जा रहा है कि इन दिनों पंजाब और हरियाणा में टमाटर की बंपर फसल हुई है। इस कारण बल्ह के टमाटर की डिमांड बेहद कम हो गई है। किसानों ने प्रदेश सरकार से रोष जताते हुए कहा कि न पहले उन्हें टमाटर का बीज मुहैया नहीं करवाया गया। अब जब मेहनत कर किसान ने बंपर फसल उगाई है तो न ही अब समर्थन मूल्य मिला रहा है और न ही फसल के बीमे की सुविधा सरकार की ओर से दी गई है। एक तरफ सरकार युवाओं को खेती की तरफ आकर्षित करना चाह रही है। वहीं दूसरी तरफ अब टमाटर उत्पादकों की अनदेखी हो रही है।

 

किसानों पर ध्यान दे सरकार 
टमाटर उत्पादक मस्तराम सैनी, रणजीत सैनी, उमेश, नीकु राम, जोगिंद्र, शंभू सैनी ने कहा कि टमाटर की फसल पूर्णतया तैयार है। उचित दाम न मिलने से दिक्कतें बढ़ गई हैं। महज 50 रूपए से 200 रूपए तक क्रेट बिक रहा है। खेत में टमाटर के यह दाम मिल रहे हैं। उत्पाद को टमाटर मंडी तक पहुंचाने पर ही 80 से 100 रुपए प्रति क्रेट खर्च हो रहा है और खेत से पूरा खर्चा कर एक क्रेट करीब 300 रूपए में पड़ता है लेकिन सरकार का टमाटर उत्पादकों की तरफ कोई ध्यान नहीं है। लोग क्रेट न मिलने से टमाटर की फसल को सड़क किनारे फैंकने को मजबूर है। लोगों का कहना है कि सरकार को बल्ह क्षेत्र में एक सॉस बनाने वाली फैक्ट्री लगानी चाहिए ताकि क्रेट न मिलने पर टमाटर को फैक्ट्री पहुंचाया जा सके। उन्होंने कहा सरकार को सेब की तरह टमाटर का समर्थन मूल्य देना चाहिए ताकि किसानो को राहत मिल सके।

 

स्टॉक फसल के बाजार में आने से गिरे दाम
टमाटर की बंपर पैदावार बाजार में आना शुरू हो गई है। किसानों का टमाटर हड़ताल की वजह से एक जगह एकत्र हो गया था। वहां पर टमाटर का रेट एकदम गिर गया है। इसके चलते यहां भी टमाटर का रेट गिर गया है। इससे पहले बल्ह घाटी का टमाटर कुल्लू, हमीरपुर, बिलासपुर, कांगड़ा और जम्मू जा रहा था। पंजाब का टमाटर आते ही यहां पर डिमांड ना के बराबर हो गई है।
 

Ekta