गंदगी से पटे शौचालय, खुले में शौच करने को मजबूर स्कूली छात्राएं, गहरी नींद में IPH विभाग

Thursday, Dec 05, 2019 - 11:45 AM (IST)

शिलाई (ब्यूरो) : हिमाचल प्रदेश के जिला सिरमौर उपमंडल शिलाई का सबसे दुर्गम गांव टिटियाना राजकीय प्राथमिक विद्यालय के शौचालय गंदगी से पटे होने की वजह से छात्र, छात्राएं शौच के लिए बाहर जाने को मज़बूर हैं। राजकीय प्राथमिक विद्यालय के छात्र और छात्राओं की स्थिति बड़ी दयनीय है। विद्यालय के शौचालय गंदगी से पटे पड़े हैं, शौचालयों में गंदगी होने की वजह से छात्र-छात्राएं शौच के लिए बाहर जाने को मजबूर हैं।

 पेयजल की समस्या को दूर करने के लिए विद्यालय के पास पानी की टंकी रखी गई है पर उसमें पेयजल नहीं आ रहा है। आईपीएस विभाग गहरी नींद में सोया हुआ है। इसलिए पानी के लिए भी छात्र-छात्राओं को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कभी-कभी तो छात्रों को पीने के पानी के लिए गांव में जाना पड़ता है। 5 महीनों से खराब बड़ी पाइपलाइन को सही कराने के लिए कई बार शिकायत की गई लेकिन अधिकारियों ने इस ओर ध्यान नहीं दिया।

क्या कहा स्कूली छात्राओं ने

स्कूली छात्राओं ने अर्चना बताया कि आईपीएच विभाग गहरी नींद में सोया हुआ है। पिछले 5 महीने से स्कूली छात्राएं पानी की बूंद-बूंद के लिए मोहताज हो रही है। हालांकि स्कूल के प्रधानाचार्य काफी दूर से पीने का पानी मंगवा देते हैं लेकिन शौचालय के लिये तो आज भी हमें बाहर जाना पड़ रहा है। जहां केंद्र के मुखिया खुले में शौच मुक्त करने का दावा कर रही है। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ की बात कर रही है पर बेटियों को खुले आसमान के नीचे शौच करना पड़ रहा है। यहां के प्रशासन और नेताओं को हमारी  विकराल समस्या नजर नहीं आ रही है लेकिन हम हर रोज ऐसे समस्याएं झेल रहे हैं।

स्कूल की छात्राओं ने कहा कि इस समस्या का समाधान जल्द से जल्द किया जाए अन्यथा छात्राओं का सब्र का बांध टूट कर सड़कों पर भी आ सकता है और प्रशासन के खिलाफ जोरदार नारेबाजी भी की जाती है। कविता शर्मा ने बताया कि स्कूल की बिल्डिंग बहुच अच्छी है। शौचालय भी बहुत सुंदर बनाए गए हैं लेकिन पानी ना आने की वजह से खुले आसमान के नीचे बेटियों को शौच करने जाना पड़ रहा है। हमारे स्कूल के बारे में भी थोड़ा ध्यान दीजिए। 

प्रधानाचार्य चमेल सिंह ने बताया कि छात्राओं की इस समस्या का समाधान के लिए कई बार आईपीएच विभाग के कर्मचारियों को लिखित रूप में शिकायत भी दी गई है लेकिन समस्या ज्यों की त्यों बनी हुई है। उन्होंने भी विभाग के कर्मचारियों से आग्रह किया है कि विद्यालय में जल्द से जल्द पानी पहुंचाया जाए ताकि यहां की बेटियों को कोई समस्या दोबारा उत्पन्न ना हो। उन्होंने बताया कि अब एसएमसी की मीटिंग में आईपीएस विभाग को प्रस्ताव लिखा जाएगा और इस समस्या का जल्द से जल्द समाधान करने के आदेश भी दिए जाएंगे ताकि समस्याएं दूर हो सके। 

Edited By

Simpy Khanna