2 बार मिला स्वच्छ पंचायत का पुरस्कार, फिर भी खुले में शौच जाने को मजबूर नौनिहाल

punjabkesari.in Saturday, Dec 21, 2019 - 04:46 PM (IST)

बिलासपुर (मुकेश): 2 बार स्वच्छ पंचायत का पुरस्कार प्राप्त जिला बिलासपुर की कुठेड़ा पंचायत में स्थित राजकीय प्राथमिक पाठशाला एवं माध्यमिक पाठशाला जोल पलाखीं में बच्चों को शौचालय की सुविधा न होने के चलते समीप लगते नाले में खुले में शौच के लिए जाना पड़ रहा है। इस बारे में बच्चों के अभिभावकों ने चाइल्ड लाइन इंडिया फाऊंडेशन एवं मानव सेवा संस्थान चाइल्ड लाइन बिलासपुर में चाइल्ड हैल्प लाइन नंबर 1098 पर शिकायत दर्ज करवाई है।
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उन्होंने बताया कि उक्त दोनों विद्यालयों में लगभग 2 वर्षों से शौचालय की कोई व्यवस्था नहीं है, जिसके चलते बच्चों को साथ लगते नाले में जाना पड़ता है। दोनों विद्यालयों में 47 विद्यार्थी पढ़ रहे हैं। जब चाइल्ड लाइन की टीम विद्यालय में पहुंची तो पाया गया कि बच्चों व अध्यापकों हेतु शौचालयों की कोई व्यवस्था नहीं है। जिला समन्वय रविंद्र कुमार द्वारा जब इस बारे अध्यापकों से बातचीत की गई तो पता चला कि पहले विद्यालय में शौचालय की व्यवस्था थी लेकिन लगभग 2 वर्ष पहले जमीन धंसने से शौचालय पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त हो चुके हैं।
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अध्यापकों ने इस बारे रिपोर्ट शिक्षा विभाग को तीसरे ही दिन भेज दी थी लेकिन आज दिन तक शिक्षा विभाग, पंचायत व स्थानीय जनता द्वारा कोई संज्ञान नहीं लिया गया। बता दें कि जिस नाले में बच्चे शौचालय जाते हैं वहां साथ ही जंगल है, जिसके चलते बच्चों के साथ किसी भी अप्रिय घटना से इंकार नहीं किया जा सकता।
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उधर, प्रारम्भिक शिक्षा उपनिदेशक बिलासपुर सुदर्शन कुमार ने बताया कि यह बात सही है कि जोल पलाखीं स्कूल  में बच्चों को खुले में  ही शौच जाना पड़ रहा है। उन्होंने बताया कि इस संदर्भ में उन्होंने एस्टीमेट बनाकर उच्चाधिकारियों को प्रेषित किया है। जैसे ही बजट के प्रावधान की स्वीकृति मिलती है तो बच्चों को शौचालय सुविधा का प्रबंध करवा दिया जाएगा।


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Vijay

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