तीसा मामले पर धूमल ने दिया बड़ा बयान

Tuesday, Aug 01, 2017 - 10:40 AM (IST)

शिमला: नेता प्रतिपक्ष प्रेम कुमार धूमल ने कहा कि राज्य में हो रही घटनाएं चिंता और चिंतन का विषय है। चंबा के तीसा में पिछले दिनों जो कुछ हुआ है वह बहुत शर्मनाक है, परंतु सरकार की नालायकी और निष्क्रियता इसके लिए दोषी है। उन्होंने कहा कि चंबा जिला की घटना इकलौती नहीं है, प्रदेश में लगातार ऐसी घटनाएं हर जिला में घटित हो रही हैं। उन्होंने आरोप लगाया है कि ऐसी घटनाओं के पीछे माफिया राज का प्रभाव लगता है। उन्होंने आरोप लगाया कि हर रोज समाज विरोधी तत्व और चरित्रहीन लोग अमानवीय घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। इससे लगता है कि प्रदेश में सरकार नाम की कोई चीज नहीं रह गई है। 


प्रदेश सरकार के संरक्षण के कारण ड्रग माफिया अपने पांव पसार रहा
लोगों में इस बात की चर्चा आम है कि प्रदेश सरकार के संरक्षण के कारण ड्रग माफिया अपने पांव पसार रहा है। धूमल ने यहां जारी बयान में कहा कि शिमला में गुड़िया से सामूहिक दुष्कर्म और जघन्य हत्या के मामले की अभी सी.बी.आई. जांच कर रही है तो मंडी जिला की मोनिका और वनरक्षक होशियार सिंह की हत्या जांच की मांग भी सी.बी.आई. से करवाने की हो रही है। कुल्लू में 8 वर्षीय बच्ची से दुष्कर्म व हत्या का मामला लोगों को आंदोलित कर रहा है। बिलासपुर जिला की 3 घटनाएं भी शर्मसार करने वाली हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री का यह कहना कि चम्बा के तीसा में साम्प्रदायिक तनाव और कोटखाई मामले प्रकरण जैसे सामान्य मामलों को भाजपा राजनीतिक रंग देती है, अत्यंत निंदनीय है।  


मुख्यमंत्री घटनास्थल पर जाते तो बेहतर होता
धूमल ने कहा कि तीसा की घटना की सूचना मिलने के बाद मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह का चंबा से वापस आना कई प्रश्न खड़े करता है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री घटनास्थल जाते तो बेहतर होता, उनकी उपस्थिति निश्चित तौर पर स्थिति को सामान्य बनाए रखने में सहायक सिद्ध हो सकती थी। उन्होंने कहा कि वर्ष, 1998 में मिंजर मेले के दौरान तीसा और शतरुंडी में आतंकवादियों ने 35 लोगों की हत्या कर दी थी। उस समय वह स्वयं चम्बा में थे और अधिकारियों के घटनास्थल पर न जाने के आग्रह के बाद भी घटनास्थल पर गए और लोगों से सद्भावना बनाए रखने के साथ स्थिति को सामान्य रखने का आग्रह किया था।