बर्फबारी पर आस्था भारी, बर्फ पर चलकर बिजली महादेव पहुंचे हजारों श्रद्धालु (Watch Pics)

Monday, Mar 04, 2019 - 04:23 PM (IST)

कुल्लू (मनमिंदर): सोमवार के दिन पवित्र शिवरात्रि के अवसर पर जिला कुल्लू के शिवालयों में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। वहीं खराहल घाटी के शीर्ष पर विराजमान बिजली महादेव के दर्शन के लिए भी सुबह से ही भक्तों का उमडऩा शुरू हो गए। हालांकि बीते दिनों हुई बर्फबारी के चलते खराहल घाटी बर्फ की सफेद चादर में लिपटी हुई है लेकिन भगवान शिव का आशीर्वाद लेने के लिए श्रद्धालु सुबह 4 बजे से ही बर्फ पर चलकर बिजली महादेव दर्शनों के लिए पहुंचे।

2 दिन के लिए खुलते हैं मंदिर के कपाट

हालांकि बिजली महादेव मंदिर के कपाट 3 महीने के लिए बंद हुए थे। माना जाता है कि देवता इस दौरान स्वर्ग प्रवास के लिए जाते हैं। लिहाजा मंदिर के कपाट भी बंद हो जाते हैं। इस दौरान मंदिर में कोई पूजा-पाठ और धार्मिक अनुष्ठान भी नहीं होते हैं। महाशिवरात्रि के पर्व पर महज 2 दिन मंदिर के कपाट खुले रहेंगे। इस दौरान हजारों की संख्या में श्रद्धालु और भक्त ऐतिहासिक शिवलिंग के दर्शन करने पहुंचे।

मंदिर कमेटी के सचिव हेमराज शर्मा ने कहा कि मंदिर में शिवरात्रि के उपलक्ष्य पर विशेष इंतजाम किए गए हैं। उन्होंने कहा कि मंदिर में पुख्ता व्यवस्था होगी तथा समस्त देवलु भी मंदिर में सहयोग करेंगे।

यह है मान्यता

गौर रहे कि पौराणिक कथाओं के अनुसार महाशिवरात्रि के दिन शिवजी पहली बार प्रकट हुए थे। शिव का प्राकट्य ज्योतिर्लिंग यानी अग्नि के शिवलिंग के रूप में था। ऐसा शिवलिंग जिसका न तो आदि था और न अंत। बताया जाता है कि शिवलिंग का पता लगाने के लिए ब्रह्माजी हंस के रूप में शिवलिंग के सबसे ऊपरी भाग को देखने की कोशिश कर रहे थे लेकिन वह सफल नहीं हो पाए। वह शिवलिंग के सबसे ऊपरी भाग तक पहुंच ही नहीं पाए। दूसरी ओर भगवान विष्णु भी वराह का रूप लेकर शिवलिंग का आधार ढूंढ रहे थे लेकिन उन्हें भी आधार नहीं मिला।

शिवजी की शादी का मनाया जाता है उत्सव

महाशिवरात्रि को पूरी रात शिवभक्त अपने आराध्य जागरण करते हैं। शिवभक्त इस दिन शिवजी की शादी का उत्सव मनाते हैं। मान्यता है कि महाशिवरात्रि को शिवजी के साथ शक्ति की शादी हुई थी। इसी दिन शिवजी ने वैराग्य जीवन छोड़कर गृहस्थ जीवन में प्रवेश किया था। शिव जो वैरागी थी, वह गृहस्थ बन गए।

Vijay