हजारों लोगों को कैंसर से बचाने वाले हिमाचली डॉक्टर को पद्मश्री Award (Watch Video)

Sunday, Jan 28, 2018 - 04:15 PM (IST)

कांगड़ा: कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी का इलाज करने वाले 94 वर्षीय हिमाचली डॉ. येशी ढोंडेन को पद्मश्री अवार्ड देने की घोषणा की गई है। बौद्ध भिक्षु वर्ष 1961 से लेकर 1980 तक धर्मगुरु दलाईलामा के निजी चिकित्सक के रूप में कार्यरत रहे हैं। तिब्बती चिकित्सा पद्धति में बेहतरीन कार्य के बूते भारत सरकार की ओर से पद्मश्री अवार्ड की घोषणा के बाद उन्होंने केंद्र का धन्यवाद किया। बौद्ध भिक्षु को पद्मश्री मिलने से निर्वासित तिब्बत सरकार में खुशी की लहर है। उन्होंने कहा कि मुझे नहीं पता कि यह अवार्ड क्यों मिल रहा है। शायद, हजारों मरीजों की दुआओं ने यह सम्मान दिलाया है। उन्होंने कहा कि अवार्ड मिलने से उनको बेहद खुशी है। 


डॉ. येशी ने कहा कि इसका श्रेय पिछले 50 सालों में मेरे इलाज से ठीक हुए हजारों मरीजों को जाता है। तिब्बतियन दवाइयां भारत में ही पैदा होती हैं, इसलिए यह भारतीय आयुर्वेदा से मिलती-जुलती हैं। यह दवाइयां 7वीं शताब्दी में तिब्बत में भारत से बुद्धिज्म से लाई गई थीं। निर्वासित तिब्बत सरकार की धर्म एवं संस्कृति मंत्री वेन करमा गेलेक ने बताया कि डॉ. येशी को पद्मश्री मिलने से बेहद खुशी है। उनका तिब्बत के लोका क्षेत्र में 15 मई 1927 को जन्म हुआ है। डॉ. येशी ढोंडेन ने 23 मार्च 1961 को तिब्बत से भारत में शरणार्थी के रूप में आकर तिब्बती चिकित्सा पद्धति की नींव रखी। उन्होंने यहां तिब्बतियन मेडिकल एंड एस्ट्रो इंस्टीट्यूट की स्थापना कर चिकित्सा पद्धति को आगे बढ़ाया। 


कैंसर के इलाज के लिए हैं सुप्रसिद्ध
डॉ. येशी के पास दुनिया भर से विशेषकर कैंसर रोगी इलाज के लिए आते हैं। दलाईलामा के निजी चिकित्सक के रूप में काम करने के बाद मैक्लोडगंज में उन्होंने अपना निजी क्लीनिक खोला।