चम्बा मैडीकल कालेज में आई ‘यह’ मुसीबत, एक साथ रद्द हुए 3 आप्रेशन

Thursday, Dec 14, 2017 - 07:11 PM (IST)

चम्बा: हिमाचल प्रदेश के चम्बा जिला के क्षेत्रीय चिकित्सालय को भले ही मैडीकल कालेज का दर्जा प्राप्त हो गया है लेकिन यह अभी तक उन समस्याओं से मुक्ति नहीं पा सका है जोकि पूर्व से चली आ रही हैं। इसी के चलते यहां उपचार करवाने के लिए भर्ती रोगियों को अक्सर मानसिक परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वीरवार को ऐसा ही एक मामला उस समय सामने आया जब मैडीकल कालेज अस्पताल चम्बा के आप्रेशन थियेटर में पानी न होने के चलते ओर्थो यानी हड्डी रोग से संबंधित आप्रेशन रद्द करने पड़े। उधर, एक आपातकालीन सर्जिकल आप्रेशन तो किया गया लेकिन उसे अंजाम देने के लिए चिकित्सकों ने व्यक्तिगत प्रयास किए जिसके चलते ही यह आप्रेशन संभव हो पाया। 

मैडीकल कालेज का टैंक पड़ा खाली
जानकारी अनुसार वीरवार सुबह जैसे ही हड्डी रोग विशेषज्ञ व बेहोश करने वाले चिकित्सक ने को हड्डी से संबंधित रोगियों के आप्रेशन को अंजाम देने के लिए आप्रेशन थियेटर में प्रवेश किया तो उन्हें यह बताया गया कि आज आप्रेशन थियेटर में पानी नहीं है क्योंकि बुधवार रात व वीरवार की सुबह पानी नहीं आया, जिसके चलते मैडीकल कालेज का टैंक खाली पड़ा है। 

आप्रेशन की सभी तैयारियां रह गईं धरी की धरी 
जानकारी अनुसार आप्रेशन के लिए भर्ती तनेश कुमार निवासी सिंगी, संजय कुमार निवासी रंडोह व अली मुहम्मद निवासी जवांस सलूणी का वीरवार को आप्रेशन होना था। अली मुहम्मद 1 दिसम्बर से तो तनेश व संजय 6 दिसम्बर से मैडीकल कालेज अस्पताल चम्बा में भर्ती है। इतने दिनों के इंतजार के बाद वीरवार को उनका आप्रेशन होना था लेकिन महज पानी की कमी इस आप्रेशन में बाधा बन गई।

रोगियों व तीमारदारों में प्रबंधन के खिलाफ रोष
वीरवार को आप्रेशन रद्द होने के चलते मैडीकल कालेज प्रबंधन के खिलाफ रोगियों व उनके तामिरदारों में भारी रोष देखने को मिला। उन्होंने कहा था कि आए दिन तो प्रबंधन अस्पताल में सभी प्रकार की व्यवस्था करने का दम भरता है लेकिन अफसोस की बात है कि अभी तक वह अतिरिक्त पेयजल भंडार की व्यवस्था तक नहीं कर पाया है, ऐसे में आने वाले दिनों में जब सभी प्रकार के आप्रेशन होने चालू होंगे तो कैसे काम चलेगा। 

अस्पताल में पानी न होने से हर कोई परेशान
पेयजल की कमी के चलते वीरवार को क्या चिकित्सक, क्या पैरामैडीकल स्टाफ, क्या रोगी और क्या उनके तमीरदार सभी को मानसिक परेशानी का सामना करना पड़ा। अस्पताल में भर्ती रोगियों व उनके तीमारदारों को अपनी प्यास बुझाने के लिए अस्पताल से बाहर से पानी लाने के लिए मजबूर होना पड़ा। 

सर्जिकल आप्रेशन के लिए बाल्टियों से लया गया पानी
एक आपातकालीन सर्जिकल आप्रेशन को अंजाम देने के लिए अस्पताल के बाहर से बाल्टियों के माध्यम से आप्रेशन थिएटर में पानी लाने की चिकित्सकों ने व्यवस्था करवाई। चिकित्सकों का यह प्रयास नि:सन्देह रोगी के लिए वरदान साबित हुआ लेकिन उन रोगियों को निराश होना पड़ा जिनका वीरवार को आप्रेशन नहीं हो सका। 

क्या कहते हैं डाक्टर
सीनियर रैजीडैंस डिपार्टमैंट ऑफ एनिथिसिया डा. सुनील ठाकुर ने बताया कि आप्रेशन थियेटर में पानी की आपूर्ति न होने के चलते 3 आप्रेशनों को रद्द करने के लिए मजबूर होना पड़ा क्योंकि आप्रेशन के दौरान पर्याप्त मात्रा में पानी की उपलब्धता का होना बेहद जरूरी होता है। इस बात को ध्यान में रखते हुए वीरवार को प्रस्तावित आप्रेशन रद्द करने पड़े। एक सर्जिकल आप्रेशन किया गया जिसके लिए बाहर से पानी की व्यवस्था करवाई गई।